स्थिति यह है कि सीमेंटेड सडक़ों पर हो रहे गढ्ढों को भरने के लिए डामर की परत चढ़ाई जा रही हैं। इतना ही नहीं पोलों पर लगी एलईडी लाइटों के कनेक्शन परिषद की लाइन के बजाए विद्युत निगम की केबलों से जोड़ दिए हैं।
जिन मार्गो से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा निकलेगी, वहां कोई खामी नजर ना आए, इसके लिए जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारी विशेष निगरानी रख रहे हैं। राजे का रथ 17 अगस्त को उपखंड मुख्यालय पर पहुंचेगा।
जहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आमसभा होगी। यहां से वे लपावली गांव पहुंच आमसभा को संबोधित करेंगी। सूत्रों के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी, आरएसआरडीसी के अभियंता काम में जुटे हैं।
करौली रोड पर रोडवेज डिपो के सामने, झारेड़ा पुलिया के सामने लम्बे समय से जर्जर पड़ी सीमेंटेड सडक़ पर आरएसआरडीसी द्वारा डामर-गिट्टी की परत चढाई जा रही है। स्टेशन रोड पर भी गढ्ढों को मोरम से भरने के बाद क्षतिग्रस्त सडक़ पर डामर का उपयोग किया जा रहा है।
जबकि मापदंडों के अनुसार सीमेंटेड सडक़ पर सीमेंट गिट्टी का पैचवर्क किया जाना चाहिए। वर्षों से रोड लाइटों के लिए मोहताज शहरी क्षेत्र की विभिन्न कॉलोनी व ढाणियों में नगरपरिषद की ओर से विद्युत खंभों पर एलइडी लाइटें लगवाई हैं।
लेकिन जल्दबाजी में परिषद कर्मचारी स्ट्रीट लाइटों को घरेलू कनेक्शनों के लिए डाली गई निगम की एलटी लाइनों से जोडकऱ नियमों की अनदेखी कर रहें हैं। इससे निगम को छीजत का सामना करना पड रहा है।
भीतरी सडक़ों का नहीं ध्यान
मुख्यमंत्री के दौरे के चलते अधिकारी मुख्य सडक़ों की मरम्मत में भले ही दिन-रात जुटे हैं, लेकिन शहर की आंतरिक सडक़ें अब भी बदहाल हैं, जिससे शहरवासी बेहाल हो रहे हैं। लेकिन ना तो नगरपरिषद को इससे कोई सरोकार है और ना ही पीडब्ल्यूडी गंभीर है।
मुख्यमंत्री के दौरे के चलते अधिकारी मुख्य सडक़ों की मरम्मत में भले ही दिन-रात जुटे हैं, लेकिन शहर की आंतरिक सडक़ें अब भी बदहाल हैं, जिससे शहरवासी बेहाल हो रहे हैं। लेकिन ना तो नगरपरिषद को इससे कोई सरोकार है और ना ही पीडब्ल्यूडी गंभीर है।
नगरपरिषद की उदासीनता से विभिन्न शहर की कॉलोनियों की सडक़े टूटी हुई है। वहीं पीडब्ल्यूडी की खरेटा रोड, बनकी रोड, बाजना रोड की सडक़ क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है। सीमेंट पर नहीं रूकती डामर
मापदंडों के अनुसार सीमेंटेड सडक़ों की मरम्मत करने के लिए नीचे से पूरे ब्लॉक को हटाकर पुन: ब्लॉक तैयार करना पड़ता है। सीमेंटेड सडक़ों पर डामर रूक नहीं पाती है। करौली रोड व स्टेशन रोड पर सडक़ों की मरम्मत आरएसआरडीसी द्वारा कराई जा रही है।
सुरेश गुप्ता, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी, हिण्डौनसिटी।
मापदंडों के अनुसार सीमेंटेड सडक़ों की मरम्मत करने के लिए नीचे से पूरे ब्लॉक को हटाकर पुन: ब्लॉक तैयार करना पड़ता है। सीमेंटेड सडक़ों पर डामर रूक नहीं पाती है। करौली रोड व स्टेशन रोड पर सडक़ों की मरम्मत आरएसआरडीसी द्वारा कराई जा रही है।
सुरेश गुप्ता, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी, हिण्डौनसिटी।