सूत्रों के अनुसार आय में अव्वल रहने के बावजूद हिण्डौन आगार सुविधाओं के लिए तरस रहा था। रोडवेज कर्मचारी निगम अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक से लेकर परिवहन मंत्री तक से कई बार समस्या समाधान के लिए गुहार लगा चुके थे। लेकिन हर बार बात कोरे आश्वासनों पर ठहर जाती।
गत दिनों आगार का निरीक्षण करने आए प्रबंध निदेशक ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो बिगड़े हालात देख दंग रह गए। इसके बाद मुख्यालय स्तर पर प्रस्ताव तैयार कर आगार का स्वरूप निखारने के लिए 41 लाख रुपए की निविदा जयपुर की फर्म मारुति ट्रेडर्स के नाम जारी की गई। इससे रोडवेज कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
ये कार्य होंगे
रोडवेज निगम जयपुर के सहायक अभियंता एलपी सोनी ने बताया कि सरकार द्वारा स्वीकृत राशि से आगार की कार्यशाला के मैदान को सीमेंटेड (पक्का) किया जाएगा। इसके साथ ही क्षतिग्रस्त कमरे, टीनशैड व सर्विस पिटों की मरम्मत की जाएगी। करौली रोड से आगार के मुख्य मार्ग तक सीसी सडक़ निर्माण तथा इलेक्ट्रिक कार्य कराया जाएगा।
रोडवेज निगम जयपुर के सहायक अभियंता एलपी सोनी ने बताया कि सरकार द्वारा स्वीकृत राशि से आगार की कार्यशाला के मैदान को सीमेंटेड (पक्का) किया जाएगा। इसके साथ ही क्षतिग्रस्त कमरे, टीनशैड व सर्विस पिटों की मरम्मत की जाएगी। करौली रोड से आगार के मुख्य मार्ग तक सीसी सडक़ निर्माण तथा इलेक्ट्रिक कार्य कराया जाएगा।
गांव के विकास की ली शपथ
लगाया चिकित्सा शिविर
पटोंदा. समीप के भोंटवाड़ा गांव में रविवार को कर्मचारियों की जाटव बस्ती स्थित विद्यालय में हुई बैठक में गांव के विकास को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान उपस्थितजनों ने गांव के विकास में सहभागी बनने की शपथ ली। इसके बाद गांव के मुख्य रास्तों पर रैली निकालने के साथ चिकित्सा कैम्प भी लगाया गया। प्रधानाचार्य रामप्रसाद मीना की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी ने गांव में शिक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य, कमजोर वर्ग के बच्चों को आर्थिक सहायता देने आदि पर चर्चा की गई।
लगाया चिकित्सा शिविर
पटोंदा. समीप के भोंटवाड़ा गांव में रविवार को कर्मचारियों की जाटव बस्ती स्थित विद्यालय में हुई बैठक में गांव के विकास को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान उपस्थितजनों ने गांव के विकास में सहभागी बनने की शपथ ली। इसके बाद गांव के मुख्य रास्तों पर रैली निकालने के साथ चिकित्सा कैम्प भी लगाया गया। प्रधानाचार्य रामप्रसाद मीना की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी ने गांव में शिक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य, कमजोर वर्ग के बच्चों को आर्थिक सहायता देने आदि पर चर्चा की गई।
इसके बाद गांव के कर्मचारी संघ के सहयोग से नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया, जिसमें करीब एक सौ मरीजों का उपचार कर दवा दी गई। इस दौरान डॉ. हरदयाल मीना, डॉ. साधना मीना ने सेवा दी। शिविर में राकेश मीना, विनोद, बाबू सहाय, चेतराम सहित अन्य मौजूद थे।