करीब 6 माह पहले खाद्य सुरक्षा अधिकारी पद पर कार्यरत खाद्व सुरक्षा अधिकारी को एपीओ कर दिया गया। उसके बाद से जिले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी पद रिक्त चल रहा है। ऐसा नहीं है कि खाद्य सुरक्षा जैसे अहम कार्य के प्रति जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग के अफसर चिंतित नहीं हैं।
चिकित्सा विभाग के निदेशालय को जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से इस बारे में लगातार पत्र प्रेषित किए जाने के बाद जयपुर से एक अधिकारी को खाद्य सुरक्षा अधिकारी पद पर लगाया, लेकिन उन्होंने कार्यग्रहण नहीं किया।
अब जिले का प्रमुख कैलादेवी मेले में खाद्य सुरक्षा की प्रमुख आवश्यकता समझते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने गत दिनों पुन: विभाग के निदेशक को पत्र भेजा है। इस पर निदेशक ने सवाईमाधोपुर के खाद्य सुरक्षा अधिकारी को करौली के खाद्य सुरक्षा अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है।
हजारों दुकानें लगती हैं
कैलादेवी मेले में आने वाले यात्रियों के लिए कैलादेवी आने वाले मार्गों पर काफी संख्या में खाद्य दुकानें लगी हैं। मेले के लिए अस्थाई रूप से भी बड़ी संख्या में खाद्य वस्तुओं की दुकानें लगती हैं। ढाबों के अलावा मिष्ठान आदि की दुकानें भी काफी संख्या में प्रमुख मार्गों पर लगी हुई हंै। इन दुकानों पर उपलब्ध खाद्य पदार्थों की खाद्य सुरक्षा अधिकारी के अभाव में जांच नहीं हो पा है।
कैलादेवी मेले में आने वाले यात्रियों के लिए कैलादेवी आने वाले मार्गों पर काफी संख्या में खाद्य दुकानें लगी हैं। मेले के लिए अस्थाई रूप से भी बड़ी संख्या में खाद्य वस्तुओं की दुकानें लगती हैं। ढाबों के अलावा मिष्ठान आदि की दुकानें भी काफी संख्या में प्रमुख मार्गों पर लगी हुई हंै। इन दुकानों पर उपलब्ध खाद्य पदार्थों की खाद्य सुरक्षा अधिकारी के अभाव में जांच नहीं हो पा है।
रिक्त हैं दोनों पद
&जिले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी के दो पद स्वीकृत हैं, जो दोनों रिक्त हैं। निदेशालय को अवगत कराने के बाद सवाईमाधोपुर के खाद्य सुरक्षा अधिकारी को कार्यवाहक अधिकारी के रूप में लगाया है, लेकिन अभी उन्होंने भी कार्यग्रहण नहीं किया है। कैलादेवी मेले को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी होना बहुत ही आवश्यक है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी नहीं होने से विभाग के काफी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। — डॉ. रामरूप मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, करौली।
&जिले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी के दो पद स्वीकृत हैं, जो दोनों रिक्त हैं। निदेशालय को अवगत कराने के बाद सवाईमाधोपुर के खाद्य सुरक्षा अधिकारी को कार्यवाहक अधिकारी के रूप में लगाया है, लेकिन अभी उन्होंने भी कार्यग्रहण नहीं किया है। कैलादेवी मेले को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी होना बहुत ही आवश्यक है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी नहीं होने से विभाग के काफी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। — डॉ. रामरूप मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, करौली।