लॉक डाउन से थमा हिण्डौन का रीको उद्योग
करौलीPublished: Mar 27, 2020 02:25:21 pm
Hindaun’s Riico industry stopped from #corona lock downस्टोन इंडस्ट्रीज व स्लेट फैक्ट्रियों में सन्नाटा-कोरोना साइड इफैक्ट: 5 हजार श्रमिक बेरोजगार
लॉक डाउन से थमा हिण्डौन का रीको उद्योग
हिण्डौनसिटी. कोरोना के कारण सरकार द्वारा घोषित लॉक डाउन का उपखंड मुख्यालय पर व्यापक असर देखा गया। शहर से लेकर गांवों तक सडक़ों पर सिर्फ और सिर्फ सन्नाटा छाया हुआ था। लॉक डाउन का असर हिण्डौन की अर्थव्यवस्था की धुरी माने जाने वाली स्टोन इंडस्ट्रीज व स्लेट फैक्ट्रियों पर भी पडऩे लगा है। करीब पांच किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले रीको क्षेत्र की औद्योगिक यूनिटों में उत्पादन पूर्णतया बंद हो गया है। इसके चलते पांच हजार से ज्यादा श्रमिकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।रीको सूत्रों के मुताबिक सेण्ड स्टोन यूनिट, गैंगसा यूनिट, स्पिटिंग यूनिट, कटर मशीन यूनिट व हैण्डकटर यूनिटों के अलावा स्लेट फैक्ट्रियों में दिनभर गूंजने वाली मशीनों की ठकठक और छैनी -हथौड़ों की टकटक की आवाज गायब हो गई है। रीको क्षेत्र की सडक़ों पर अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात नजर आ रहे हैं। कुछ दिन पहले तक हजारों श्रमिक और कारोबारियों की आवाजाही से आबाद रहने वाली रीको में दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आता है।पत्रिका टीम ने लॉक डाउन के दौरान रीको क्षेत्र की स्थिति देखी तो पाया कि पूरी तरह से बंद औद्योगिक इकाइयों में सन्नाटा पसरा था। न मशीनों से पत्थर की कटिंग हो रही थी और न ही श्रमिकों के छैनी हथौडों से नक्कासी कर मूर्तियां तराशी जा रही थी। महज एक चौकीदार मौजूदगी कोरोना के खौफ को व्यक्त कर रही थी। फैक्ट्री मालिकों का कहना है कि कोरोना के चलते हुए लॉक डाउन में जिस तरह का सन्नाटा छाया है, ऐसा तो आज तक कभी नहीं हुआ।झेलनी पड़ेगी लम्बी मारस्टोन इंडस्ट्रीज व स्लेट फैक्ट्री मालिकों का कहना है कि घरेलू बाजार व देश के कई महानगरों के अलावा विदेशी मार्केट में भी अपनी छाप छोड़ चुका हिण्डौन की रीको का पत्थर व स्लेट की मांग खत्म सी हो गई है। लॉक डाउन यदि 31 मार्च को खत्म भी हो जाता है तो फिर से डिमांड आने में महीनों का समय लग जाएगा। ऐसे में पत्थर उद्योग व स्लेट कारोबार को पुन: पटरी पर आने में दो से तीन माह लग जाएंगे। जिससे हिण्डौन के रीको उद्योग पर कोरोना की लम्बी मार पड़ेगी।प्रदेश में समृद्ध है 50 साल पुराना रीको उद्योग-सूत्रों के अनुसार प्रदेश के समृद्ध रीको में शुमार करीब पांच दशक पुराना हिण्डौनसिटी का रीको औद्योगिक क्षेत्र विभिन्न उद्योगों की 283 यूनिटेंं हैं। इनमेंं से करीब 164 औद्योगिक इकाइयां सेण्ड स्टोन की हंै। जिन पर पत्थर की जाली, फर्श (बिछावट) व दीवार टाइलें बनती हंै। जबकि 25 स्लेट फैक्ट्रियों में स्लेट, बोर्ड आदि बनाए जाते हैं। इसके अलावा रीको में चारपाई, प्लास्टिक पाइप बनाने के अलावा संचालित ऑयल मील, आटा मील, दाल मील व लोहे के कारखानों में पांच हजार से अधिक श्रमिक दिहाड़ी मजदूरी कर रोजी रोटी कमाते हैं।इनका कहना हैरीको औद्योगिक क्षेत्र की समस्त इकाइयां पूरी तरह बंद हैं।सरकार की गाइड लाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है।एम. इकबाल बबलू, प्रवक्ता,रीको उद्योग मंडल, हिण्डौनसिटी। फैक्ट फाइल रीको में कुल उद्यम यूनिट- 283 सेण्ड स्टोन यूनिट-164 गैंगसा यूनिट -20स्पिटिंग यूनिट- 40 स्लेट फैक्ट्री-25पाइप फैक्ट्री- 20लोहे के कारखाने-7अन्य औद्योगिक इकाइयां-7