राज्य सरकार ने आदेश जारी करके दिसम्बर १९ से वन प्लस वन स्कीम को बंद कर दिया है। ऐसे में दिसम्बर से बकाया गेहूं किसी को भी नहीं मिलेगा। अभी तक उपभोक्ताओं को दो माह का भी गेहूं एक साथ मिल जाता था।
उल्लेखनीय है कि अब तक राशन डीलर ऐसे उपभोक्ताओं को ठगते थे, जिनका पिछले माह का गेहूं बकाया होता। वे लोगों को बताते नहीं थे कि उन्हें पिछले माह का भी गेहूं इस माह मिल सकेगा। बॉयोमेट्रिक मशीन से डीलर उपभोक्ताओं से दो बार अंगूठा तो लगवा लेता था लेकिन गेहूं एक माह का ही देता था। उपभोक्ता का एक माह का गेहूं को डीलर अपने पास ही रख लेता था। ऐसे में अब सरकार ने इस वन प्लस वन स्कीम को बंद कर दिया है। इस व्यवस्था से डीलर उपभोक्ता के हक के गेहूं को खा नहीं सकेंगे। साथ ही उपभोक्ता भी सतर्क रहकर अपने गेहूं को समय पर लेने को पहुंचेंगे।
राशन सामग्री के समय पर उपलब्ध नहीं होने या किसी अन्य कारण से वितरण नहीं होने की स्थिति में ई-पीडीएस सॉफ्टवेयर से संबंधित दुकानों व परिवारों का चयन कर उन्हें उसी माह में राशन सामग्री वितरत करवानी होगी।
प्रत्येक लाभार्थी को मिलता है पांच किलो गेहूं
रसद विभाग के अनुसार जिले में करीब ५५३ राशन दुकानें हैं, जहां से हर महिने लाखों राशनकार्ड धारियों को राशन सामग्री का वितरण किया जाता है। बीपीएल, स्टेट बीपीएल व अन्त्योदय योजना के परिवारों के प्रत्येक व्यक्ति को ५ किलो गेहूं मिलता है। इसके अलावा एनएफएस योजना से जुडे परिवारों को भी गेहूं मिलता है। साथ ही सरकार ने पोर्टेबिलिटी की सुविधा शुरू कर रखी है। इससे उपभोक्ता किसी भी दुकान से अपनी राशन सामग्री प्राप्त कर सकता है।
हर माह लेना ही होगा गेहूं
जिला रसद अधिकारी रामसिंह मीना का कहना है कि दिसम्बर माह से राज्य सरकार वन प्लस वन स्कीम को बंद करने जा रही है। इसके आदेश भी आ चुके है। इस स्कीम के बंद होने से उपभोक्ताओं को हर माह गेहूं लेना ही पड़ेगा। किसी कारणवश उपभोक्ता ने गेहूं नहीं लिया तो उस माह का गेहूूं लैप्स हो जाएगा।