व्यस्तता के बीच अनूपसिंह सोशल कनेक्ट कार्यक्रमों से खुद को समाज के हर तबके से जोड़े हुए हैं। जो उन्हें जिलेे के अन्य उपखण्ड अधिकारियों से अलहदा बनाए हुए हैं। वे इन दिनों खास तौर पर महिलाओं, युवाओं व छात्राओं के लिए नवाचार कर मुहिम चलाए हुए हैं। पत्रिका से साक्षात्कार में एसडीएम अनूप सिंह ने अनुभवों और भविष्य की योजना को साझा किया। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश-
प्रश्न- एसडीएम के प्रशासनिक पद पर होने के साथ आप सोशल कनेक्ट कार्यक्रमों में काफी सक्रिय हैं। उत्तर- प्रशासनिक पद पर आसीन होने पर व्यक्ति बहुआयामी बनता है। जनता की जरुरत और पीडा महसूस करने के लिए सोशल कनेक्ट कार्यक्रम अहम होते हैं।
प्रश्न- समाज, खास तौर पर युवा पीढ़ी में सकारात्मक बदलाव के लिए ब्लाक क्षेत्र में नवाचार किए हैं। उत्तर- पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, महिलाओं की निजी हाईजीन और संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावे के लिए शुरुआत की है। जो आगे सकारात्मक परिणाम देंगे। विशेष बात यह है, नवाचारों की मुहिम जनसहयोग से चलाई जा रही हैं।
प्रश्न- कुछ नया करने की शुरुआत कैसे हुई। उत्तर- प्रशासनिक दायित्व के अलावा समाज में बदलाव और उन्नति के कार्यों से आत्म संतुष्टि मिलती है। सूरौठ, महू व श्रीमहावीरजी मार्ग पर सड़क के दोनों ओर बड़े पौधे लगवा कर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में शुरूआत की। एक मिनट में एक साथ 1100 पौधे रोपने का मुहिम चलाई। गत सीजन में रोपे गए 70 फीसदी जीवित हैं।
प्रश्न-अब तक का सबसे खास नवाचार कौनसा रहा। उत्तर- पैड बैंक। महिलाओं के निजी स्वास्थ्य (हाइजीन) को लेकर सीडीपीओ कार्यालय में जनसहयोग से पैड (सैनेटरी नैपकिन) बैंक स्थापित किया गया है। 15 से 45 वर्ष आयु की महिला राशन कार्ड व आधार कार्ड दिखा कर वितरण काउंटर से प्रति माह नि:शुल्क सैनेटरी पैड़ का पैकिट प्राप्त कर रही हैं। डेढ़ माह में 3900 पैड पैकट वितरित हो चुके हैं। यह प्रदेश में पहली पैड बैंक है।
प्रश्न-सरकारी योजनाओं के समुचित लाभ के लिए कोई नवाचार किए। उत्तर- तमाम सरकारी योजनाएं ई-मित्र के माध्यम से परिणाम तक पहुंचती है। ई-मित्र केंद्रों पर तय शुल्क में कार्य सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण टीम बना कर सघन निगरानी का प्रबंध किया गया है। ताकि जनकल्याणकारी योजना का लाभ लेना आम आदमी की जेब पर भारी न पडे। अब तक 640 ई मित्रों का निरीक्षण कर गडबड़ी मिलने पर 37 अनुज्ञापत्रों का निलंबन व 45 जनों पर जुर्माना गया गया है।
प्रश्न- नवाचारों को लेकर प्रशासनिक उच्चाधिकारियों का कैसा व्यवहार रहा। उत्तर- सिटी मैराथन या फिर मोटीवेशनल संगोष्ठियां। उच्चाधिकारियों ने सराहना कर उत्साह बढ़ाया। डायलॉग विद डॉटर कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त वीडियो कांफ्रेसिंग से शामिल हुए। वहीं पैड बैंक का तत्कालीन कलक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने उद्घाटन किया था।
प्रश्न- आगे क्या कुछ करना चाह रहे हैं। उत्तर- शहर में खेल प्रतिभाएं काफी हैं। ऐसे मे खेल संकुल (स्पोर्ट्स कॉम्म्म्प्लेक्स) बनाना चाह रहे हैं। इसके लिए बैंकों से सीएसआर से आर्थिक सहयोग लेने की चर्चा शुरू की है। और शहर में बड़ी लायब्रेरी, सीसी टीवी कैमरे, सुगम यातायात व्यवस्था कायम करना भी प्राथमिकताओं में शामिल है।