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परिवार कल्याण की केन्द्रीय टीम ने दिए निर्देश, मातृ एवं शिशु संस्थान के निरीक्षण में देखी व्यवस्थाएं

locationकरौलीPublished: Feb 25, 2019 12:18:23 pm

Submitted by:

Dinesh sharma

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परिवार कल्याण की केन्द्रीय टीम ने दिए निर्देश, मातृ एवं शिशु संस्थान के निरीक्षण में देखी व्यवस्थाएं

करौली. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (परिवार कल्याण) की केन्द्रीय एवं प्रदेश स्तरीय टीम ने जिला मुख्यालय पर नवीन जिला चिकित्सालय के मातृ एवं शिशु संस्थान के निरीक्षण के दौरान रोगी भार बढ़ाने पर जोर दिया। टीम के सदस्यों ने कहा कि उपलब्ध सुविधाओं के मुताबिक रोगी भार कम है। इस कारण उपलब्ध संसाधनों का पर्याप्त उपयोग नहीं हो पा रहा है।
इस टीम ने रविवार को जिला चिकित्सालय के निरीक्षण में माना कि चिकित्सालय शहर से दूर है। इस कारण यहां अभी रोगियों की आवक कम है। ऐसे में रोगियों को यहां उपचार के लिए आने को प्रेरित करने की आवश्यकता है जिससे उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग हो सके।
साथ ही संस्थागत प्रसवों की संख्या में भी इजाफा हो। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (परिवार कल्याण) भारत सरकार के नई दिल्ली से उपायुक्त एमके सिकदर के नेतृत्व में टीम में परिवार कल्याण के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. धर्मेश, वरिष्ठ प्रोग्राम अधिकारी डॉ. शिखा, स्टेट प्रोग्राम अधिकारी डॉ. सचिन, डॉ. सियाराम, डॉ. लतीफ शामिल थे।
इस दौरान सीएमएचओ डॉ. दिनेश मीना, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएल मीना, उपनियंत्रक डॉ. भुवनेश बंसल, डॉ. शिवलहरी गुप्ता, डॉ. अनिता गुप्ता, मैटर्न मोहनलाल शर्मा, आशुतोष पाण्डेय आदि मौजूद रहे। इससे पहले टीम ने सिटी डिसपेंसरी का भी निरीक्षण किया।
आंकड़ों को देखा
टीम ने लेबर रूम की व्यवस्थाएं देखी। साथ ही नर्सिंग स्टाफ की जानकारी ली। उपायुक्त एमके सिकदर ने करीब एक वर्ष पहले नवीन चिकित्सालय में एमसीएच के शिफ्ट होने से अब तक हुए प्रसवों की संख्या की जानकारी ली।
साथ ही सिजेरियन प्रसवों की संख्या को लेकर पूछताछ की। आंकड़ों को देख उपायुक्त असंतुष्ट नजर आए, बोले कि यह काफी कम है।
उपलब्ध संसाधनों के अनुसार संख्या में इजाफा होना चाहिए जिससे गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा मिल सके। सिजेरियन प्रसव की संख्या भी कम होने पर उसे बढ़ाने को कहा, जिस पर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएल मीना, मुख्य जिला एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश मीना ने बताया कि यहां ब्लड का टोटा रहता है। इसी क्रम में टीम ने एसएससीयू वार्ड का जायजा लेकर व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने चिकित्साधिकारियों को सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
आंचल मदर मिल्क बैंक देख हुए खुश
टीम के सदस्य अस्पताल की आंचल मदर मिल्क बैंक की व्यवस्थाओं को देख खुश नजर आए। उपायुक्त डॉ. एमके सिकदर, स्टेट प्रोग्राम अधिकारी डॉ. सचिन सहित टीम ने मिल्क बैंक की कार्यप्रणाली की विस्तार से जानकारी ली। साथ ही व्यवस्थाओं की सराहना की।
बैड कितने हैं ? जवाब आया खूब हैं
एसएनसीयू के निरीक्षण में उपायुक्त ने पीएमओ से वार्ड में नियुक्त स्टाफ और बैड्स की संख्या की जानकारी चाही तो वहां मौजूद एक नर्र्सिंग स्टाफ बोला कि बैड खूब हैं साहब… इस पर उपायुक्त खिन्न नजर आए और बोले खूब क्या होता है। तो जवाब आया इंचार्ज को बुलाऊं, उपायुक्त बोले अरे किस-किस को बुलाओगे।

रात्रि में भी दो स्टाफ लगाओ
एसएनसीयू में स्टाफ की जानकारी में सामने आया कि रात्रि में वार्ड में महज एक नर्सिंग स्टाफ रहता है। इस पर स्टेट प्रोग्राम अधिकारी ने एक और नर्सिंगकर्मी नियुक्त करने को कहा।
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