शहर में जहरीले पानी की आपूर्ति का मामला, नगरपरिषद की लापरवाही हो रही उजागर
गौरतलब है कि शहर में पेयजल सप्लाई का जिम्मा नगरपरिषद के अधीन है। जलदाय विभाग के जो नलकूप थे, अब उनके रख-रखाव और संचालन का जिम्मा नगरपरिषद के पास ही है। वर्तमान में मेला दरवाजा, मेंडकी, सब्जी मंडी, गुलाब बाग क्षेत्र,हाथी घटा, ढोलीखार,भद्रावती नदी सहित अन्य स्थानों पर ४६ नलकूप स्थापित है जिनसे करौली शहर के कुछ इलाकों सीधे और कुछ हिस्से में टंकियों के जरिए से सप्लाई की जाती है। जानकारों के अनुसार ४६ नलकूपों में से 1५ नलकूप पूरी तरह गंदगी से घिरे हैं।
गौरतलब है कि शहर में पेयजल सप्लाई का जिम्मा नगरपरिषद के अधीन है। जलदाय विभाग के जो नलकूप थे, अब उनके रख-रखाव और संचालन का जिम्मा नगरपरिषद के पास ही है। वर्तमान में मेला दरवाजा, मेंडकी, सब्जी मंडी, गुलाब बाग क्षेत्र,हाथी घटा, ढोलीखार,भद्रावती नदी सहित अन्य स्थानों पर ४६ नलकूप स्थापित है जिनसे करौली शहर के कुछ इलाकों सीधे और कुछ हिस्से में टंकियों के जरिए से सप्लाई की जाती है। जानकारों के अनुसार ४६ नलकूपों में से 1५ नलकूप पूरी तरह गंदगी से घिरे हैं।
इस मामले में राजस्थान पत्रिका संवाददाता ने शनिवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रसायन शास्त्र के व्याख्याता प्रीतम सिंह मीना के साथ नलकूपों का जायजा लिया। व्याख्याता प्रीतम सिंह ने बताया कि गंदगी के बीच नलकूप स्थापित होने से सड़े पौधे, नालियों का मलबा आदि सतही जल में पहुंच पानी को जहरीला बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के दूषित पानी से त्वचा के रोग, जठर, कैंसर, डायरिया, उल्टी-दस्त तथा अन्य बीमारी चपेट में ले लेती है। उन्होंने बताया कि नलकूपों के समीप से गंदगी नहीं हटाने और पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने पर पानी में नाइट्रेट की मात्रा लगातार बढ़ती जाएगी।
भद्रावती में पहुंच रही शहर की गंदगी
इसी प्रकार 12 नलकूप भद्रावती नदी के पेटे में लगे हुए हैं। करौली शहर के गंदे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से शहर की गंदगी भद्रावती नदी में सीधे पहुंच रही है। यह गंदगी नदी में लगे नलकूपों के पानी को विषाक्त पूर्ण बना रही है। भद्रावती नदी में मृत पशुओं के अपशिष्ट, शहर का कचरा-प्लास्टिक आदि गंदगी भारी मात्रा में जमा है।
इसी प्रकार 12 नलकूप भद्रावती नदी के पेटे में लगे हुए हैं। करौली शहर के गंदे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से शहर की गंदगी भद्रावती नदी में सीधे पहुंच रही है। यह गंदगी नदी में लगे नलकूपों के पानी को विषाक्त पूर्ण बना रही है। भद्रावती नदी में मृत पशुओं के अपशिष्ट, शहर का कचरा-प्लास्टिक आदि गंदगी भारी मात्रा में जमा है।
गंदा पानी भी नदी में जाता है। यह सब भूमिगत जल को खराब कर रहा है। उल्लेखनीय है कि नदी के नलकूपों से ढोलीखार, चौबे पाड़ा, फूटाकोट, चटीकना, मासलपुर दरवाजा सहित अन्य क्षेत्रों की पेयजल टंकियों में पानी का भण्डारण होता है। टंकियों से उक्त क्षेत्र में पानी की सप्लाई होती है।
इधर, जागरण में उत्पात मचाने के आरोपित गिरफ्तार
सूरौठ थाना पुलिस ने महाशिवरात्रि के जागरण में उत्पात मचाने व महिलाओं से छेडख़ानी करने के दो आरोपितों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी शरीफ अली ने बताया कि गिरफ्तार किए आरोपित रीझवास गांव निवासी यदुवीर जाट व मनोज जाट हैं।
आरोपितों ने विजयपुरा गांव में महशिवरात्रि पर मन्दिर में हुए रात्रि जागरण में उत्पात मचाया और महिलाओं व युवतियों से छेडख़ानी की।
विरोध करने पर आरोपितों ने लोगों को धमकाया था। ग्रामीणोंद्वारा नामजद मामला दर्ज कराने पर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
सूरौठ थाना पुलिस ने महाशिवरात्रि के जागरण में उत्पात मचाने व महिलाओं से छेडख़ानी करने के दो आरोपितों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी शरीफ अली ने बताया कि गिरफ्तार किए आरोपित रीझवास गांव निवासी यदुवीर जाट व मनोज जाट हैं।
आरोपितों ने विजयपुरा गांव में महशिवरात्रि पर मन्दिर में हुए रात्रि जागरण में उत्पात मचाया और महिलाओं व युवतियों से छेडख़ानी की।
विरोध करने पर आरोपितों ने लोगों को धमकाया था। ग्रामीणोंद्वारा नामजद मामला दर्ज कराने पर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।