जल संसाधन विभाग सूत्रों के अनुसार दोहरी लघु सिंचाई परियोजना में 24.35 किलोमीटर लम्बी पाइप लाइन अण्डरग्राउण्ड डाली जाएंगी। डिग्गी निर्माण के लिए विभाग किसानों की भूमि अवाप्त कर उन्हें मुआवजा देगा।
यह परियोजना पाइप लाइन प्रेशर इरिगेशन आधारित होगी। इसमें 0.69 किलोमीटर लम्बाई में मिट्टी का बांध बनाया जाएगा। वहीं नहर प्रणाली की लम्बाई 24.35 किलोमीटर होगी। वन्यजीवों को आरक्षित होगा पानी
वाइल्ड लाइफ की ओर से परियोजना निर्माण को जल संसाधन विभाग के लिए अनापत्ति एनओसी जारी कर दी गई है। हालांकि इसमें यह तय किया गया है कि 25 फीसदी पानी वन्यजीवों के लिए आरक्षित रहेगा। ताकि वन्यजीव प्यास बुझा सकें।
वैसे तो यह सिंचाई परियोजना है, लेकिन इससे इलाके के करीब 11 गांवों को पेयजल की भी सुविधा मिलेगी, जिससे पेयजल संकट से त्रस्त रहने वाले ग्रामीणों को पानी की खातिर परेशानी से छुटकारा मिलेगा। गौरतलब है कि डांग इलाका होने से इस इलाके में पानी की विकट समस्या रहती है। गर्मी के मौसम में तो हालात विकट हो जाते हैं।
दोहरी लघु सिंचाई परियोजना के कार्यादेश जारी हो गए हैं। यह परियोजना पाइप लाइन प्रेशर इरिगेशन आधारित होगी और सौलर पैनल लगाए जाएंगे, जिससे परियोजना के पम्पों का संचालन होगा। मुम्बई की एक कम्पनी को इसका ठेका दिया गया है, जो जल्द ही कार्य शुरू करेगी।
विजयकुमार शर्मा, अधिशासी अभियंता, जल संसाधन विभाग, करौली