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फार्म पॉण्ड रीते, सिंचाई के लिए नहीं पानी

locationकरौलीPublished: Nov 10, 2019 12:21:29 pm

Submitted by:

Jitendra

नादौती. पिछले दिनों लगातार हुई बूंदाबांदी से किसानों द्वारा बोई गई खरीप की तिल व बाजरे की पक कर तैयार खड़ी फसल खराब हो गई। लगातार हुई वर्षा के बाद भी अधिकांश गांवों के जलश्रोतों में पानी की आवक नहीं होने से मॉड क्षेत्र में किसानों के लिये वरदान कहे जाने वाले फॉर्म पौण्ड रीते पड़े है। जिसके चलते आगामी दिनों में किसानों के समक्ष अकाल के हालात उत्पन्न हो गये है।

फार्म पॉण्ड रीते, सिंचाई के लिए नहीं पानी

नादौती के अंतर्गत भीलापाडा रोड के पास स्थित रीता पड़ा फॉर्म पौण्ड।

नादौती. पिछले दिनों लगातार हुई बूंदाबांदी से किसानों द्वारा बोई गई खरीप की तिल व बाजरे की पक कर तैयार खड़ी फसल खराब हो गई। लगातार हुई वर्षा के बाद भी अधिकांश गांवों के जलश्रोतों में पानी की आवक नहीं होने से मॉड क्षेत्र में किसानों के लिये वरदान कहे जाने वाले फॉर्म पौण्ड रीते पड़े है। जिसके चलते आगामी दिनों में किसानों के समक्ष अकाल के हालात उत्पन्न हो गये है।
नादौती के रामचरण पटेल, किसान नेता भंवर सिंह चौहान, किसान संघ के रमेश सिंह पिचानौत, बरदाला के रामसहाय सैनी, कस्बा शहर के रमेश बैरवा, कैमा के रमेश चंद मीना, कैमरी के अतर सिंह धमाडी, रौंसी के बहादुर सिंह बैसला सहित विभिन्न गांवों के किसानों ने बताया कि इस बार वर्षा नाम पर लंबे समय तक मात्र बंूदाबांदी ही हुई। जिससे जमीन में नमी को छाड़ कर फॉर्म पौण्ड आदि जलश्रोतों में पानी की आवक नहीं हुई।
किसानों ने बताया कि नादौती के अंतर्गत अधिकांश फॉर्म पौण्ड पूरी तरह सूखे पड़े है। अन्य कई गांवों में थोड़ी बहुत वर्षा हुई जिससे फॉर्म पौण्डों का मात्र तला गीला हुआ है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नादौती मॉड क्षेत्र के अंतर्गत गांवों का किसान एक मात्र फॉम पौण्ड पर ही उसका जीवन आधारित है। लेकिन इस बार फॉर्म पौण्ड रीते रहने से किसानों के समक्ष अकाल के हालात उत्पन्न हो गये है। उन्होंने बताया कि जमीन में नमी के चलते अधिकांश गांवों में किसानों ने कई बार जुताई व रसायनिक खाद आदि डाल कर प्रमाणिक बीज के साथ सरसों की बुवाई तो कर दी। लेकिन समय पर पानी नहीं मिला तो फसल सूख कर नष्ट हो जावेगी।
जलश्रोत रीते रहने से इस बार क्षेत्र में पशुओं के लिये चारा व अनाज की भयंकर समस्या किसानों के समक्ष रहेगी।

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