फसलों को आवारा गौवंश से बचाने की मांग
करौलीPublished: Jan 11, 2020 11:55:40 am
बालघाट. क्षेत्र में लहलहाती फसलों पर आवारा गौवंश संकट बना हुआ है। किसानों ने बताया कि आवारा गायें झुंड के रूप में खेतों में घुस जाती है। फसलों को गौवंश से बचाने के लिए रात के समय भी खेतों पर ही रुकना पड़ता है। रात को गौवंश अधिक सक्रिय हो जाता है। कई जगह तो गौवंश ने खेतों पर तारबंदी को भी तोड़ दिया है।
बालघाट. घूमता आवारा गौवंश
बालघाट. क्षेत्र में लहलहाती फसलों पर आवारा गौवंश संकट बना हुआ है। किसानों ने बताया कि आवारा गायें झुंड के रूप में खेतों में घुस जाती है। फसलों को गौवंश से बचाने के लिए रात के समय भी खेतों पर ही रुकना पड़ता है। रात को गौवंश अधिक सक्रिय हो जाता है। कई जगह तो गौवंश ने खेतों पर तारबंदी को भी तोड़ दिया है। मोरड़ा, राजोली, धबान नांगल पहाड़ी आदि क्षेत्रों में किसान आवारा गौवंश से परेशान हैं। किसानों ने बताया कि झुण्ड में बीस से तीस गौवंश रहता है। किसानों ने गौवंश को पकड़कर गौशाला में भिजवाने की मांग की है। मोरड़ा के किसान सोहनसिंह, नांगलशेरपुर के किसान नेता शिवदयाल मीणा, धबान क्षेत्र के बीजेपी मंडल अध्यक्ष रामगोपाल मीना ने बताया कि वृद्ध व दूध देना बंद कर देने वाली गायों को लोग लावारिस छोड़ देते हैं। जिनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।