कोराना के कहर से मंदिर सूने
करौलीPublished: Mar 29, 2020 08:06:48 pm
सपोटरा. कोराना के कहर के चलते इन दिनों मंदिरों में भगवान के पट बंद है। चैत्र नवरात्र में हर साल भीड़ से अटे रहने वाले मंदिर सूने हैं। लॉकडाउन में श्रद्धालु घरों में रहकर ही माता की आराधना कर रहे हैं।
बिरवासन देवी का सूना मंदिर।
सपोटरा. कोराना के कहर के चलते इन दिनों मंदिरों में भगवान के पट बंद है। चैत्र नवरात्र में हर साल भीड़ से अटे रहने वाले मंदिर सूने हैं। लॉकडाउन में श्रद्धालु घरों में रहकर ही माता की आराधना कर रहे हैं। सपोटरा क्षेत्र के लोगों की आराध्य देवी बिरवासन माता के मंदिर में सन्नाटा पसरा हुआ है। मंदिर के कपाट भी बंद है। चैत्र नवरात्र में मंदिर में अष्टमी के बाद तीन दिवसीय मेले का शुभारंभ होता था लेकिन वायरस के चलते न तो भक्तों की भीड़ है ना ही मेला भरा है। पुजारी लक्ष्मी चन्द मीना, अमरलाल आदि ने बताया कि कोराना से बचाव का एक मात्र तरीका आपस में दूरी बनाए रखना है। इसलिए भक्त घर पर ही कुलदेवी की सच्ची श्रद्धा के साथ पूजा करें। बरवासन देवी के मंदिर में स्थित शिलालेख के अनुसार शाके संवत 1834 में करौली नरेश भ्रमरपाल के पंडित बालगोविंद ने यदुवंशी शासकों का इतिहास के साथ मंदिर का जीर्णोंंंद्धार तथा दूसरे शिलालेख में 1326 ईस्वी में दिल्ली बादशाह मुहम्मद बिन तुगलक द्वारा मंदिर स्थापना के साथ राजा हरिश्चंद, पहुडा, माधव देव, विग्रह देव, हम्मीर देव तथा मंगल देव आदि शासकों के संघर्षों की गाथा की जानकारी मिलती है।