लॉकडाउन से फैली अव्यवस्था से कहीं विवाह स्थगित तो किसी को अब देवउठनी का इंतजार
करौलीPublished: Apr 04, 2020 12:08:49 pm
गुढ़ाचन्द्रजी. अप्रेल माह में होने वाले कई विवाह कार्यक्रम लोगों का कोरोना वायरस की महामारी के चलते स्थगित करने पड़े हैं। विवाह के लिए लोगों ने करीब एक माह पहले ही शादी कार्ड छपवाने सहित अन्य तैयारियां कर ली थी, लेकिन १४ अप्रेल तक लॉकडाउन के कारण अव्यवस्था होने से उनको विवाह की तिथि आगे बढ़ानी पड़ी है।
गुढ़ाचन्द्रजी. अप्रेल माह में होने वाले कई विवाह कार्यक्रम लोगों का कोरोना वायरस की महामारी के चलते स्थगित करने पड़े हैं। विवाह के लिए लोगों ने करीब एक माह पहले ही शादी कार्ड छपवाने सहित अन्य तैयारियां कर ली थी, लेकिन १४ अप्रेल तक लॉकडाउन के कारण अव्यवस्था होने से उनको विवाह की तिथि आगे बढ़ानी पड़ी है।
माड़ क्षेत्र के करीब २०० गांवों में १५ मार्च से १५ जून तक ६०० के आसपास शादियां होती है। लेकिन वायरस के चलते अधिकांश लोगों ने मार्च-अप्रेल ही नहीं मई तक की शादियां टाल दी है। अधिकतर लोग अब देवउठनी के समय शुरू होने वाले सीजन में विवाह का मानस बना रहे हैं। लोगों ने टैंट, हलवाई, फोटोग्राफर, बस आदि की बुकिंग रद्द कर दी।
समीप के मोहनपुरा निवासी एक जने ने बताया कि उसकी बेटी की शादी १५ अप्रेल को होनी थी। इसके लिए उसने एक माह पहले ही शादी कार्ड छपवा लिए थे। वही शादी की तैयारियां जोरों पर चल रही थी। लेकिन अब शादी देवउठनी एकादशी को करनी पड़ेगी।
इसी प्रकार ढहरिया निवासी एक जने ने बताया कि उसके बेटे की शादी २४ अप्रेल को होना तय था, इसके लिए उसने गत माह ही टैंट, फोटोग्राफर, बस, जीप सहित अन्य तैयारियां कर ली थी। लेकिन इस महामारी के कारण अब शादी को आगे खिसकाया है।
मांचड़ी निवासी एक जने ने बताया कि कोरोना के कारण जब शादी में परिचित व मिलने वालों के साथ रिश्तेदार नहीं आ सकते तो ऐसीशादी से क्या मतलब। फिर व्यवस्थाएं भी नहीं हो सकती। ऐसे में विवाह अब बाद में किया जाएगा।
मोहनपुरा के मनोज व ढहरिया के रामरूप ने बताया कि उनके दोस्त की शादी १५ अप्रेल को होनी थी। बारात भी जयपुर जाने वाली थी। सब धरा रह गया। ऐसे ही रिगसपुरा की सरोज की शादी २४ अप्रेल को होनी थी, जो अब बाद में होगी।