देसी फ्रिज का धंधा मंदा
करौलीPublished: May 16, 2020 08:10:15 pm
बालघाट. लॉकडाउन में कुंभकारों की भी हालत खस्ता कर रखी है। देशी फ्रिज मटकों की बिक्री का समय निकला जा रहा है, लेकिन अभी धंधा मंद चल रहा है।
बालघाट. मटके तैयार करता कुंभकार.
कुंभकार मायूस
बालघाट. लॉकडाउन में कुंभकारों की भी हालत खस्ता कर रखी है। देशी फ्रिज मटकों की बिक्री का समय निकला जा रहा है, लेकिन अभी धंधा मंद चल रहा है। गर्मी के शुरुआती दौर में ही दो तीन माह में पूरे साल भर की कमाई कर लेने वाले कुंभकार इस बार मायूस है। कुंभकारों ने बताया कि गर्मी की शुरुआत होने पर मटकों की बिक्री से अच्छी आमदनी होने की उम्मीद रहती है, लेकिन इस बार कोराना ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। पुराना माल भी नहीं बिक रहा है। मिट्टी के मटके और सुराही ठंडा पानी उपलब्ध कराने के लिए सबसे अच्छा और सबसे सस्ता विकल्प माना जाता है, लेकिन इस बार ध्ंाधा चौपट हो गया है। कुछ ही दिनों में मॉनसून आ जाएगा। बारिश के दिनों में मटकों की बिक्री कम हो जाती है वहीं इस समय कोराना ने बिक्री पर ब्रेक लगा रखे हैं। रामराज प्रजापत कमालपुरा ने बताया कि गांव में फेरी लगाकर साप्ताहिक बाजारों में अपने मटके सुराही बेच लेते थे, लेकिन इस तो बिल्कुल ग्राहकी नहीं है। आवागमन भी बंद है। ऐसे में घरों पर ठाले बैठे हैं।