बरसात से पहले भर गया फार्म पौण्ड
लीकेज से पानी की बर्बादी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लाइन के पास खेत का जो फार्म पौण्ड है वह बरसात से पहले ही भर गया है। लीकेज से निकल रहे पानी से पौण्ड लबालब भर गया है। ग्रामीणों ने पानी की बर्बादी लंबे समय से हो रही है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
कम नल आने की समस्या से जूझ रहे लोग
ऐसा नहीं है कि लीकेज से पानी की होती बर्बादी का असर नादौती क्षेत्र के गांवों में ही पड़ रहा हो। चम्बल परियोजना की लाइन से करौली, गंगापुरसिटी सहित सवाईमाधोपुर तक जलापूर्ति होती है। लेकिन व्यास के डाबरे से ल्हावद कुण्ड के बीच लाइन में लीकेज से ही काफी पानी व्यर्थ बह जाने से आगे पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पाता। ऐसे में लोगों को रोजाना नलों में कम पानी आने की समस्या से जूझना पड़ता है और वे अधिकारियों को कोसते नजर आते हैं।