सरकार द्वारा श्रमिकों को रोजगार देने के लिए उपखंड की 36 पंचायतों में से 34 पंचायतों में मनरेगा के श्रमिकों द्वारा मनरेगा योजनान्तर्गत कार्य किया जा रहा है। जिसमे 34 ग्राम पंचायतों में 331 मनरेगा के कार्यों में 3065 श्रमिकों के द्वारा मनरेगा योजनार्गत कार्य किया जा रहा है। लेकिन उनके लिए सुविधाओं का अभाव है।
मनरेगा कार्यस्थल पर नहीं छाया पानी की व्यवस्था
सपोटरा. उपखंड की ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यों में छाया पानी के इंतजाम नहीं होने से मजदूर परेशान हैं। भीषण गर्मी में उनकों ना छाया मिल रही है ना ही पानी मिल रहा है। तपती धूप में केवल पेड़ों की छाया का सहारा है। मजदूर दोपहर तक काम करते नजर आते हैं। गर्म हवा के कारण कार्य करना मुश्किल हो रहा है। मजदूरों ने बताया कि पेट पालने के लिए तपती धूप में कार्य करना मजबूरी है, प्रदेश मे तापमान 46 डिग्री को पार कर चुका है, लेकिन मनरेगा के मजदूरों को छाया पानी नहीं मिलता। इस बारे में मैट व ग्राम पंचायत सरपंचो को अवगत लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता। श्रमिकों ने कहा कि यदि छाया पानी की व्यवस्था को लेकर के शिकायत करते है तो अगली मिस्टरोल में नाम नहीं आता है।
सरकार द्वारा श्रमिकों को रोजगार देने के लिए उपखंड की 36 पंचायतों में से 34 पंचायतों में मनरेगा के श्रमिकों द्वारा मनरेगा योजनान्तर्गत कार्य किया जा रहा है। जिसमे 34 ग्राम पंचायतों में 331 मनरेगा के कार्यों में 3065 श्रमिकों के द्वारा मनरेगा योजनार्गत कार्य किया जा रहा है। लेकिन उनके लिए सुविधाओं का अभाव है।