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मुफ्त के गेहूं के लिए इंतजार नहीं हो रहा खत्म

locationकरौलीPublished: Jun 29, 2022 12:17:37 pm

Submitted by:

Jitendra

दो साल बाद पोर्टल खुला लेकिन नहीं मिला लाभ गुढ़ाचंद्रजी. सरकार की ओर से खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मिल रहे मुफ्त के गेहूं की चाहत में कोरोनाकाल से लोग कतार में लगे हैं, लेकिन यह कतार अब भी खत्म नहीं हो रही। सरकार ने कोरोनाकाल के दौरान दो साल पहले योजना के खाद्य सुरक्षा योजना पोर्टल को बंद कर दिया था, पिछले माह इसे खोला गया था, लेकिन इसे कुछ दिन बाद ही बंद कर दिया। अब लोग दुबारा पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहे हैं। मई व जून माह में जब पोर्टल खुला था तो जिले से करीब ४५ हजार लोगों ने योजना से जुड़ने

मुफ्त के गेहूं के लिए इंतजार नहीं हो रहा खत्म

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मुफ्त के गेहूं के लिए इंतजार नहीं हो रहा खत्म
गुढ़ाचंद्रजी. सरकार की ओर से खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मिल रहे मुफ्त के गेहूं की चाहत में कोरोनाकाल से लोग कतार में लगे हैं, लेकिन यह कतार अब भी खत्म नहीं हो रही। सरकार ने कोरोनाकाल के दौरान दो साल पहले योजना के खाद्य सुरक्षा योजना पोर्टल को बंद कर दिया था, पिछले माह इसे खोला गया था, लेकिन इसे कुछ दिन बाद ही बंद कर दिया। अब लोग दुबारा पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहे हैं। मई व जून माह में जब पोर्टल खुला था तो जिले से करीब ४५ हजार लोगों ने योजना से जुड़ने के लिए आवेदन किया था। योजना से जुडऩे के लिए और लोग आवेदन कर रहे थे, लेकिन सरकार ने पोर्टल ही बंद कर दिया। ऐसे में मुफ्त का गेहूं लेने की चाहत रखने वाले लोग मन मसोस कर रह गए। लोगों ने बताया कि पोर्टल खुलने का दो साल से इंतजार कर रहे थे। पोर्टल कोरोना के कारण दो साल बाद खुला, लेकिन पूरे दो माह भी सरकार ने इसे खुला नहीं रखा। कुछ दिन में ही बंद कर दिया। योजना के तहत हर महीने एक व्यक्ति को १० किलो गेहूं मिलता है।
जिले में होता बीस करोड़ का मुफ्त गेहूं वितरित

खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत करौली जिले में प्रतिमाह २० करोड़ रुपए का निर्धनों को गेहूं वितरित हो रहा है। निर्धनों को मुफ्त का गेहूं वितरित करने वाले डीलरों को भी हर माह मोटा कमीशन मिल रहा है। इससे वे खूब निहाल हो रहे हैं। जिले में १ करोड़ रुपए से भी अधिक का कमीशन राशन डीलर हर माह उठा रहे हैं। वर्तमान में गेहूं का भाव २००० से २२०० रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है। जिले में वर्तमान में केंद्र व राज्य सरकार का ८७ हजार क्विंटल गेहूं वितरित हो रहा है। इसका बाजार मूल्य २० करोड़ २३ लाख बैठता है।
अमीर भी उठा रहे लाभ

खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत निर्धन लोगों को गेहूं वितरित किए जाते हैं, लेकिन इस योजना में शुरू से ही काफी गड़बड़ी हो रही है। अमीर लोग भी फ्री का गेहूं खा रहे हैं। कोरानाकाल में तो यह योजना वरदान साबित हो रही है। क्योंकि हर माह राशन पद परिवार के हिसाब से दोगुना गेहूं दे रही है। सरकारी नौकरी में कार्यरत और संपन्न परिवारों के नाम भी खाद्य सुरक्षा योजना में है। कहीं कहीं तो मौका लगने पर गेहूं को डीलर ही डकार जाते हैं।
..तो लाखों में होते आवेदन

पोर्टल चालू होने के दौरान करीब ४५ हजार आवेदन थे, लेकिन सरकार ने कुछ दिनों बाद ही इसे बंद कर दिया। यदि यह चालू रहता तो खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़्वाने के लिए आवेदनों की संख्या लाखों में पहुंच जाती है। ऐसे में सरकार ने इसे बीच में ही बंद कर दिया। अब लोग फिर से इसके चालू होने का इंतजार कर रहे हैं।
पोर्टल खुलने का इंतजार

जिला रसद अधिकारी राम सिंह मीणा ने बताया कि जिले में खाद सुरक्षा योजना में जुडऩे के लिए ४५ हजार लोगों ने आवेदन कर रखे हैं। वर्तमान में २८ मई से विभाग की साइट बंद हैं। पोर्टल के खुलने के बाद ही इनका निस्तारण संभव है।
फैक्ट फाइल=

जिले में प्रतिमाह बट रहा गेहूं प्रदेश सरकार का- ४४ हजार ९७ सौ क्विंटल
केंद्र सरकार का प्रतिमाह बट रहा है गेहूं= ४२ हजार ४४६ क्विंटल
हर माह बट रहा गेह- ८७ हजार ४१६ क्विंटल
खाद्य सुरक्षा योजना का ले रहे लाभ- ९ लाख ५ हजार लोग
परिवहन पर खर्च – १८ लाख रुपए
जिले में कुल राशन डीलर- ५५५
डीलर का कमीशन- १२५ रुपये प्रति क्विंटल
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