कल्याणरायजी मंदिर में झलकती है दक्षिणायन शैली
करौलीPublished: Dec 11, 2022 12:06:51 pm
करौली. करौली जिले में यूं तो कई ऐतिहासिक मंदिर है, लेकिन जिला मुख्यालय पर नगाडख़ाना दरवाजे पर महल के सामने बना कल्याणरायजी के मंदिर अपने प्राचीन इतिहास, बनावट शैली के कारण विशेष पहचान रखता है। इस मंदिर का इतिहास रियासतकाल से जुड़ा हुआ है। इतिहासकार वेणुगोपाल शर्मा बताते हैं कि सन् १३४८ में करौली की स्थापना के समय पर ही इस मंदिर की नींव रखी गई थी। करौली का नाम पहले कल्याणपुरी था। बाद में इसका नाम करौली पड़ा। इस मंदिर की जगह पहले शिवालय हुआ करता था। बाद में यहां कल्याणराजी मंदिर की स्थापना हुई। द


केप्शन करौली. नगाडख़ाना दरवाजे पर महलों के सामने बना कल्याणरायजी मंदिर।
कल्याणरायजी मंदिर में झलकती है दक्षिणायन शैली
करौली. करौली जिले में यूं तो कई ऐतिहासिक मंदिर है, लेकिन जिला मुख्यालय पर नगाडख़ाना दरवाजे पर महल के सामने बना कल्याणरायजी के मंदिर अपने प्राचीन इतिहास, बनावट शैली के कारण विशेष पहचान रखता है। इस मंदिर का इतिहास रियासतकाल से जुड़ा हुआ है। इतिहासकार वेणुगोपाल शर्मा बताते हैं कि सन् १३४८ में करौली की स्थापना के समय पर ही इस मंदिर की नींव रखी गई थी। करौली का नाम पहले कल्याणपुरी था। बाद में इसका नाम करौली पड़ा। इस मंदिर की जगह पहले शिवालय हुआ करता था। बाद में यहां कल्याणराजी मंदिर की स्थापना हुई।