सुबह क्षेत्र के लोगों को अंजनी माता क्षेत्र के पहाड़ पर एक अज्ञात जानवर नजर आया, जो तेजी से छलांग लगाता हुआ अंजनी माता के समीप के पहाड़ से कूद पेड़ों के बीच ओझल हो गया। लोगों ने बाघ समझ वन विभाग को सूचना दी।
इस पर फोरेस्टर अब्दुल जलील, वन रक्षक कुमरसिंह आदि मौके पर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने वन अधिकारियों को बताया कि पहाड़ से लम्बी-लम्बी छलांग लगाता हुआ जानवर नीचे जंगल की ओर गया। इस पर वनकर्मियों ने जंगल में पगमार्ग तलाशे। वन अधिकारी अब्दुल जलील ने बताया कि इस दौरान कुछ पगमार्ग मिले, जो बाघ के नहीं होकर पैंथर या जरख के हो सकते हैं।
हालांकि इलाके में वनकर्मियों द्वारा निगरानी रखी जा रही है। उसने इलाके में एक श्वान का भी शिकार किया । इधर क्षेत्र के तेजेन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह, गोपाल माली, अमरसिंह माली, श्यामसिंह आदि ने बताया कि सुबह जब अज्ञात वन्यजीव जंगल से दौड़ता हुआ निकला तो पक्षियों की जबरदस्त चहचाहट गूंज उठी।
श्वान का किया शिकार
इसी क्षेत्र के निवासी गोपाल माली के श्वान को रात को अज्ञात वन्यजीव उठा ले गया। गोपाल ने बताया कि रात करीब 12 बजे तक श्वान घर के बाहर घूम रहा था।
इसी क्षेत्र के निवासी गोपाल माली के श्वान को रात को अज्ञात वन्यजीव उठा ले गया। गोपाल ने बताया कि रात करीब 12 बजे तक श्वान घर के बाहर घूम रहा था।
इसके कुछ देर बाद ही उसके चिल्लाने की आवाज आई। परिजनों ने बाहर निकलकर देखा तो ना तो वहां श्वान था और ना ही कोई अन्य था। सुबह अन्य लोगों को अज्ञात वन्यजीव दिखने पर पता चला कि वही वन्यजीव श्वान को उठा ले गया।