गौरतलब है कि कैलामाता के मेले में ये लोग टोकरी बेचने के लिए आए थे। कैलामाता का चैत्र लक्खी मेला 20 मार्च से शुरू होना था, लेकिन उससे पहले ही कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की वजह से जिला प्रशासन ने मेला स्थगित कर दिया। इसके बाद कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट प्रशासन ने भी आमजन के लिए कैलामाता के दर्शन बंद कर दिए। इसके अलावा प्रदेश में धारा 144 और फिर लॉक डाउन की घोषणा हो गई। इससे ये लोग यहीं पर अटककर रह गए। प्रशासन को सूचना मिलने के बाद बस के जरिए इन्हें भिजवाया गया।