निगम सूत्र बताते हैं कि रीको की औद्योगिक क्षेत्र सहित अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में पत्थर कटिंग के गैंगसा मशीनें लगी हुई हैं, जिन पर बिजली की खपत खूब होती है। इसके अलावा क्रेशर मशीन आदि भी लगी हैं, जिनसे निगम को अच्छा-खासा राजस्व मिलता है। लेकिन इन दिनों लॉक डाउन के चलते परिवहन सेवा भी बंद हैं। ऐसे में अधिकांश क्रेशर मशीन, गंैगसा आदि बंद पड़े हैं। इसके अलावा लॉक डाउन के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा है, जिससे हजारों दुकानों पर बिजली की खपत तो लगभग बंद हो गई है
33 फीडरों से होती है बिजली आपूर्ति
सहायक अभियंता कार्यालय अ प्रथम के अन्तर्गत करौली शहर व ग्रामीण इलाके में 33 फीडरों के जरिए बिजली आपूर्ति की जाती है। करौली शहर में हिण्डौन गेट, स्टेडियम, शिकारगंज प्रथम, मैग्जीन, बग्गीखाना, फूटाकोट, कुण्ड, मेला गेट, बिचपुरी, शिकारगंज द्वितीय, शिकारगंज वाटर बॉक्स, ओल्ड रीको, न्यू रीको, खादी भण्डार, आइटीआइ, पुलिस लाइन फीडर हैं, जिनके जरिए शहरवासियों को बिजली मिलती है। वहीं ग्रामीण इलाके में बरखेड़ा, राजपुर, धांधूपुरा, मांच, बीजलपुर, मोहनपुर, सायपुर, लांगरा, ससेड़ी, ओल्ड भांकरी, न्यू भांकरी, पाराशरी, गुरदह सहित कुल 17 फीडर बनाए हुए हैं।
विद्युत प्रसारण निगम 132 केवी जीएसएस के कनिष्ठ अभियंता टीएस मीना ने बताया कि इन दिनों लॉक डाउन के चलते बिजली खपत में कमी आई है। हालांकि इन दिनों में कृषि कार्य में भी अधिक बिजली की खपत नहीं हो रही।
बिजली की खपत कम होने से निगम की राजस्व आय में कमी आ सकती है।
रूपसिंह गुर्जर, सहायक अभियंता, ए प्रथम, करौली