शहर के जितेन्द्रसिंह पिचानौत सहित अभिषेक सिंह चौहान, धीरेन्द्र बैंसला, कैलाश शर्मा, मधुसूदन सिंह जादौन, वैभव पाल आदि ने सौंपे ज्ञापन में बताया है कि सामान्य चिकित्सालय के एमसीएच में अव्यवस्थाओं का आलम है।
आरोप है कि कमीशन की खातिर गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है, वहीं एमसीएच में डिलेवरी के दौरान सुविधा शुल्क वसूला जाता है। ज्ञापन में कलक्टर से अस्पताल से रेफर हुए सीजेरियन केसों की जांच कराने की मांग की गई है,ताकि यह पता चल सके कि उनकी डिलेवरी कहां हुई है।
इसी प्रकार अस्पताल में सफाई व्यवस्था बदहाल है।
पलंगों पर गद्दे फटे हुए हैं और बैडसीट भी नहीं बिछाइ जाती। शौचालयों में पानी की कमी के चलते रोगी परेशान होते हैं। अस्पताल परिसर स्थित कैंटीन में वस्तु सामग्री की दरें निर्धारित नहीं हैं। सैनेटरी पैड़ों को मनमानी तरीके से बेचा जा रहा है। सैनेटरी पैड़ों की मशीनें खराब पड़ी हुई हैं। वहीं सुरक्षाकर्मी नदारद रहते हैं। कमोबेश यही स्थिति पार्किंग व्यवस्था की है, रोगियों से मनमाना शुल्क वसूल किया जाता है।
इसी प्रकार डायलिसिस मशीन होते हुए भी उसकी सुविधा रोगियों को नहीं मिल पाती और उन्हें जयपुर जाना मजबूरी होती है। ज्ञापन में इन अव्यवस्थाओं की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की गई है। इस दौरान धनेश भदौरिया, अजय प्रजापत, रूद्रप्रताप सिंह, आशुतोष सिंह जादौन, रिपुसूदन सिंह जादौन आदि मौजूद थे।