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स्मैक के खिलाफ राजस्थान के इस जिले में शुरू हुआ एक युद्ध स्मैक के विरूद्ध

locationकरौलीPublished: Oct 27, 2020 09:49:14 am

Submitted by:

Dinesh sharma

सैंकड़ों लोगों ने ३५ किलोमीटर निकाली वाहन रैलीकलक्ट्रेट पर नारे लगाकर जताया गुस्साजिले में स्मैक के बढ़ते धंधे से खफा हैं लोग

स्मैक के खिलाफ राजस्थान के इस जिले में शुरू हुआ एक युद्ध स्मैक के विरूद्ध

स्मैक के खिलाफ राजस्थान के इस जिले में शुरू हुआ एक युद्ध स्मैक के विरूद्ध

करौली. जिले में स्मैक के बढ़ते नशे के खिलाफ अब आमजन की आवाज बुलंद हो रही है। पिछले दिनों से जनप्रतिनिधियों-युवाओं सहित अन्यजनों द्वारा स्मैक के नशे के खिलाफ शुरू किए गए एक युद्ध स्मैक विरूद्ध जनजागरण अभियान की मुहिम लगातार तेज हो रही है। इसी क्रम में दर्जनों गांवों से सैंकड़ों लोग रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुुंचे और जिला कलक्टर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप स्मैक के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर युवा पीढ़ी को स्मैक से हो रही बर्बादी से रोकने की मांग उठाई। इस दौरान लोगों ने जमकर नारे लगाते हुए स्मैक के कारोबार को रोककर नशे की लत की आदी हो रही युवा पीढ़ी को बचाने की मांग की।
श्रीमहावीरजी कस्बे से शुरू हुई वाहन रैली में रास्ते के गांव-ढाणियों के सैंकड़ों लोगों के साथ जनप्रतिनिधि, युवा आदि जुड़ते चले गए। रैली कलक्टेट पहुंची, जहां जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने के साथ जिले में फैल रहे स्मैक के नशा को लेकर शिकायत की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक थाना क्षेत्र में स्मैक का काला कारोबार परवान चढ़ रहा है, युवा पीढ़ी को स्मैक बेचने और इसका उपयोग करने की लत लग गई है, लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से प्रभावी कार्रवाई के अभाव में इस अवैध धंधे पर लगाम नहीं लग पा रही। ऐसे में शहरों से लेकर गांवों तक स्मैक के धंधे का जाल फैल गया है। युवक इस नशे के आदि हो गए हैं।
नशे की पुडिया २००-३०० से लेकर ५०० रुपए तक अलग-अलग मात्राओं में बिक रही है, गरीब-मजबूर एवं किसानों के पुत्र इसकी चपेट में आ रहे हैं। जिससे ऐसे परिवारों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। नशे की लत के चलते युवा चोरी-लूट जैसे अपराधों में भी संलिप्त होते जा रहे हैं। इससे जनजीवन पर भी प्रभाव पड़ रहा है और वे चिंतित हैं।
ज्ञापन में बताया गया है कि इस अवैध धंधे की जानकारी पुलिस को भी होती है, लेकिन स्मैक का धंधा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। स्मैक के धंधे में जुड़े आरोपी अन्य जिलों के स्मैक तस्करों से भी सीधा संबंध रखते हैं, जो यहां आपूर्ति करते हैं। लोगों का यह भी कहना था कि इस बारे में पूर्व मे विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से यह मांग उठाई जाती रही है, लेकिन उदासीनता के चलते प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाने से अब पूरे जिले में युवा पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।
ऐसे में विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा एक युद्ध स्मैक विरूद्ध जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। ज्ञापन में पुलिस-प्रशासन से जिले में विशेष अभियान चलाकर स्मैक के नशे का समूल नष्ट करने की मांग की गई है। इस दौरान जनजागरण अभियान के अध्यक्ष अतरसिंह एडवोकेट सहित अमरसिंह, ब्रहमसिंह, पृथ्वीराज गुर्जर, सतवीर गुर्जर, हाकिमसिंह बैंसला, नंगुराम पटेल, रत्तीराम, राजवीर, खेमसिंह गुर्जर, देवेन्द्र कांदरौली, मानधाता सिंह, धीरेन्द्र बैंसला, कुलदीप भगत सहित कई सरपंच और सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।

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