क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जरख के लगातार मुमवेंट से भय का माहौल बना हुआ है। बच्चों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया। इस इलाके से हाथीघटा, 132 केवी कॉलोनी, कॉलेज आदि का रास्ता सायनात खिड़किया होते हुए शहर में जाता है। इन कॉलोनियों के अनेक लोग सुबह-शाम इसी रास्ते से मदनमोहनजी, बाजार जाते हैं। बच्चे भी स्कूल जाते हैं, लेकिन जरख के भय से मुश्किल हो गई है।
जरख की सूचना पर मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। मुख्य रास्ता होने और क्षेत्र में पोलों पर रोशनी की व्यवस्था नहीं होने के कारण रात्रि में जरख के भय के चलते पोलों पर लाइट भी लगवाई गई हैं। बबलू शुक्ला ने बताया कि अंधेरे में कहीं राहगीर पर जरख हमला नहीं कर दे इस कारण हैलोजन लगवाई गई हैं। वहीं लोग हाथों में डण्डे लेकर चौकसी करते नजर आए।
जरख के आने की सूचना मिली है। गत दिनों मौके पर विभाग की टीम पहुंची थी, तो जरख आगे की ओर बढ़ गया था। आज फिर से जरख का इसी इलाके में मुमवेंट की सूचना मिली है। कल जाल मंगवाकर जरख को पकडऩे की कार्रवाई की जाएगी।
देवेन्द्र सिंह, रेंजर वन विभाग करौली