पुलिस उपाधीक्षक मनराज मीना ने बताया कि जिले में मादक पदार्थों की खरीद-फरोख्त की रोकथाम के लिए पुलिस महानिरीक्षक भरतपुर व जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा नयापुरा मोड़ पर गश्त-नाकाबंदी के दौरान नयापुरा घाटी की ओर से पुलिस को एक कार आती नजर आई। पुलिस की नाकाबंदी को देखकर कार सवार पांच जने उतरकर भागने लगे। इस पर पुलिस को संदेह हुआ तो पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए पांचों को पकड़ लिया। पुलिस ने उनसे भागने का कारण पूछा तो वे घबरा गए और कोई जबाव नहीं दे सके। इस पर पुलिस ने उनकी तलाशी ली।
तलाशी में बबलू उर्फ लक्ष्मीचन्द मीना निवासी इनायती (सपोटरा) के कब्जे से 150 ग्राम स्मैक, बलराम मीना निवासी इनायती के कब्जे से 140 ग्राम स्मैक, भरतलाल मीना निवासी बगदिया के कब्जे से 10 ग्राम स्मैक, संजय कुमार मीना निवासी देवरीमूठ (बांरा) के कब्जे से 100 ग्राम स्मैक जब्त की गई। इस पर कार मालिक मसावता (सपोटरा) निवासी पवन मीना सहित पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर स्मैक, कार व स्मैक बिक्री की 46 हजार रुपए की राशि जब्त की गई। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।
ऐसे बेचते स्मैक
पुलिस उपाधीक्षक के अनुसार पकड़े गए आरोपियों ने स्मैक खरीदकर छोटी-छोटी थैलियों में रखना और इलेक्ट्रोनिक कांटे से तौलकर ग्राहकों को सप्लाई करना स्वीकार किया है। जबकि कार मालिक पवन निवासी मसावता ने कार से स्मैक तस्करों के साथ तस्करी करना स्वीकार किया है।
टीम में यह रहे शामिल
सदर थाना अधिकारी अमितकुमार शर्मा, एएसआई रामकेश, हैडकांस्टेबल गिरधारी सिंह, कांस्टेबल ऋषिकेश, रामदयाल, विजयसिंह, धबल, दीपेन्द्र, गगनसिंह, चालक रमाकांत, जिला स्पेशल टीम प्रभारी यदुवीर सिंह, एएसआई राजवीर सिंह, हैडकांस्टेबल रविन्द्र सिंह, कांस्टेबल नरेन्द्र, संदीप, गजेन्द्र, विक्रम, परमजीत, मानसिंह, नमोनारायण, एसके, मोहनसिंह, तेजवीर, रन्नो मावई, चालक अभय सिंह, हरिसिंह शामिल थे।
इनकी रही विशेष भूमिका
इस कार्रवाई में सदर थानाधिकारी अमित शर्मा, डीएसटी कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह बैंसला, सायबर सैल कांस्टेबल पुष्पेन्द्र चौधरी की विशेष भूमिका रही।