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हाकिमों की अनदेखी से करौली जिले की शिक्षा रैकिंग का हुआ यह हाल

locationकरौलीPublished: Apr 13, 2021 09:51:24 pm

Submitted by:

Dinesh sharma

अन्य जिलों से काफी पीछे है करौलीइस माह आगे बढऩे की बजाए 16वें से 23वें स्थान पर लुढ़की रैकिंग

हाकिमों की अनदेखी से करौली जिले की शिक्षा रैकिंग का हुआ यह हाल

हाकिमों की अनदेखी से करौली जिले की शिक्षा रैकिंग का हुआ यह हाल

करौली. जिले के शिक्षा महकमे के हाकिमों की उदासीनता और अपर्याप्त मॉनीटरिंग के चलते करौली जिला प्रदेश में शिक्षा रैकिंग के मामले में लगातार पिछड़ रहा है। विशेष बात यह है कि उच्च स्तर से लेकर जिला कलक्टर तक की ओर से कई बार शिक्षा अधिकारियों को रैकिंग में सुधार की हिदायत दी गई, बावजूद इसके पर्याप्त मॉनीटरिंग के अभाव के चलते रैकिंग में सुधार के बजाए और गिरावट आई है। हाल ही में जारी की गई संयुक्त जिला रैकिंग में करौली जिले की रैकिंग गत माह के मुकाबले सात पायदान लुढ़ककर 23वें पर स्थान पर आ टिकी है। मॉनीटरिंग का अभाव और शिक्षा अधिकारियों की अरुचि के चलते जिला रैकिंग में आगे नहीं बढ़ पा रहा।
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर की ओर से प्रतिमाह जिलावार जारी की जाने वाली शिक्षा रैकिंग में इस बार करौली जिले की रैकिंग और लुढ़क गई है। यानि फरवरी मार्च में प्रदेश में जिला 16वें पायदान पर था, जबकि मार्च माह की सोमवार को ही जारी हुई शिक्षा रैकिंग में जिला और पिछड़कर 23वें स्थान पर पहुंच गया है। सूत्र बताते हैं कि विभागीय अधिकारियों द्वारा मॉनीटरिंग के प्रति ध्यान नहीं दिया जाता, नतीजतन रैकिंग बढऩे के बजाए कम हो रही है।
ऐसे जारी होती है रैकिंग
विभाग द्वारा प्रतिमाह प्रदेश के सभी जिलों के सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक स्थिति, आधारभूत सुविधाओं एवं कार्य अनुपालना के आधार पर रैकिंग जारी की जाती है। रैकिंग के 44 पैरामीटर्स । इन पैरामीटर्स के आधार पर जिले की प्रगति को आधार माना जाता है। रैकिग टैम्पलैप्स पांच भागों मे विभाजित है, जिसमें नामांकन, आधारभूत सुविधा, अकादमिक, सामुदायिक सहभागिता तथा प्र्रक्रिया अनुपालना के बिन्दु शामिल किए हुए हैं।
चूरू अव्वल, प्रतापगढ़ फिसड्डी
शाला दर्पण डाटा के निर्धारित मॉडयूल के अनुसार जारी संयुक्त जिला रैकिंग में प्रदेश में इस बार चूरू जिला अव्वल आया है। जबकि प्रतापगढ़ जिला सबसे फिसडड़़ी रहा है। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक द्वारा जारी जिला रैकिंग सूची में अन्तिम तीन स्थानों पर रहे जैसलमेर, कोटा और प्रतापगढ़ जिलों के शिक्षा अधिकारियों को रैकिंग में सुधार के लिए सघन प्रयास करने की हिदायत दी गई है।
जिलावार यह है स्थिति
प्रदेश की मार्च 2021 की संयुक्त शिक्षा रैकिंग की स्थिति पर नजर डालें तो चूरू जिला प्रथम पायदान पर है, जबकि इसके बाद जयपुर, हनुमानगढ़, टोंक, भरतपुर, गंगानगर, सीकर, डूंगरपुर, अलवर, चित्तौडगढ़़, पाली, दौसा, बीकानेर, भीलवाड़ा, नागौर, बांसवाड़ा, सवाईमाधोपुर, बांरा, जोधपुर, झुंझुनूं, झालावाड़, बूंदी, करौली, अजमेर, सिरोही, बाड़मेर, राजसमंद, जालौर, उदयपुर तथा धौलपुर 30वें स्थान पर है। इनके अलावा जैसलमेर 31वें, कोटा 32वें तथा प्रतापगढ़ जिला 33वें स्थान पर रहा है।

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