कोरोना की दूसरी लहर के संक्रमण को देखते हुए ऑक्सीजन की लगातार आवश्यकता बढ़ गई है। इस पर आयुक्त उद्योग विभाग एवं जिला कलक्टर के निर्देश पर जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक केके मीना द्वारा प्रयास करके औद्योगिक ऑक्सीजन सिलेण्डरों का अधिग्रहण किया गया है। अब तक महाप्रबंधक की टीम द्वारा 225 औद्योगिक सिलेण्डरों को मेडिकल उपयोग के लिए अधिग्रहित किया जा चुका है। गुरुवार को जिला उद्योग केन्द्र की टीम क्षेत्रीय प्रबंधक रीको लिमिटेड एमसी मीणा एवं सुरेंद्र गुप्ता द्वारा हिंडौन क्षेत्र में 39 सिलेण्डर का अधिग्रहण किया गया। वहीं उद्योग प्रसार अधिकारी मनीषा मीना एवं मुरारी मीना द्वारा टोडाभीम क्षेत्र में अभियान चलाकर क्रेशर, बैल्डिंग स्टील फैब्रिकेशन की दुकानों पर डोर टू डोर जाकर सर्च अभियान चलाकर 5 औद्योगिक सिलेण्डरों का अधिग्रहण किया।
जिला उद्योग अधिकारी अमृतलाल मीना एवं गोविंद सहाय मीना द्वारा करौली, सपोटरा, कैलादेवी क्षेत्र में स्थापित क्रेशर, सिलिका प्लांट एवं औद्योगिक प्रतिष्ठानों से औद्योगिक ऑक्सीजन सिलेण्डर के लिए सर्च अभियान चलाया गया। अब तक जिला उद्योग केन्द्र की टीम द्वारा लगभग 225 सिलेण्डरों का अधिग्रहण कर मेडिकल उपयोग के लिए जिला प्रशासन को सुपुर्द किए गए हैं।
हो सके बेहतर उपचार
इधर अधिकारियों का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, जिससे ऑक्सीजन की भी जरुरत बढ़ गई है। ऐसे में उन्हें ऑक्सीजन मिल सके और बेहतर उपचार हो सके। ऑक्सीजन के अभाव में कोई परेशानी नहीं हो, ऐसे में सिलेण्डरों को एकत्रित किया जा रहा है, ताकि ऑक्सीजन आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके। गौरतलब है कि इन दिनों प्रशासन ने ऑक्सीजन सिलेण्डरों को अपने नियंत्रण में लिया हुआ है और कलक्ट्रेट परिसर कक्ष में ही ऑक्सीजन सिलेण्डर रखे हुए हैं, जहां से आवश्यकतानुसार चिकित्सालय के लिए उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
इधर अधिकारियों का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, जिससे ऑक्सीजन की भी जरुरत बढ़ गई है। ऐसे में उन्हें ऑक्सीजन मिल सके और बेहतर उपचार हो सके। ऑक्सीजन के अभाव में कोई परेशानी नहीं हो, ऐसे में सिलेण्डरों को एकत्रित किया जा रहा है, ताकि ऑक्सीजन आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके। गौरतलब है कि इन दिनों प्रशासन ने ऑक्सीजन सिलेण्डरों को अपने नियंत्रण में लिया हुआ है और कलक्ट्रेट परिसर कक्ष में ही ऑक्सीजन सिलेण्डर रखे हुए हैं, जहां से आवश्यकतानुसार चिकित्सालय के लिए उपलब्ध कराए जा रहे हैं।