इन ट्रकों के खड़ा रहने से अन्य वाहन आसानी से नहीं निकल पाते। यह बात दीगर है कि ट्रक यूनियन पर सड़क भी काफी चौड़ी है, लेकिन सड़क के दोनों तरफ ट्रकों के जमावड़े ने मार्ग को संकरा किया हुआ है। ऐसे में कई बार ट्रक यूनियन चौराहे पर जाम भी लग जाता है। इस मार्ग से मण्डरायल कस्बे के लिए बसों का आवागमन होता है। इसके अलावा मण्डरायल मार्ग पर बड़ी संख्या में पत्थर खदानें हैं, इस कारण पत्थर-चीरी आदि लाने वाले ट्रकों की भी खूब आवाजाही बनी रहती है। ऐसे में दिनभर यह मार्ग वाहनों की आवाजाही से व्यस्त रहता है। गौरतलब है कि ट्रक यूनियन इलाके में वाहन मरम्मत मिस्त्रियों की अनेक दुकानें हैं, जिसके चलते सड़क पर ही वाहनों की मरम्मत होती है, इससे वाहनों का जमावड़ा रहता है।
इसके अलावा गुलाब बाग क्षेत्र में हाइवे पर दिनभर बस, जीप आदि वाहन खड़े रहते हैं।
कई बसें तो दिनभर सड़क पर खड़ी रहती हैं, जहां से ही सवारियों को बस में बिठाया और उतारा जाता है। रोडवेज बस स्टेण्ड के सामने तो जीपों का जमावड़ा आवागमन में परेशानी भरा होता है।
चिकित्सालय मार्ग भी मण्डरायल मार्ग पर सैलोकर हनुमानजी के समीप नवीन जिला चिकित्सालय भी स्थित है, जहां एमसीएच भी संचालित है। जिसका रास्ता भी इसी मार्ग से गुजरता है। लेकिन सड़क पर वाहन खड़े होने से आवागमन में परेशानी होती है।
हाइवे पर बन गई चारा मण्डी ! पिछले कुछ महिनों से हाइवे पर ही चारे की खरीद-फरोख्त होने लगी है। यहां बरखेड़ा पुल से पहले गैस गोदाम के समीप हाइवे सड़क पर बड़ी संख्या में चारे से भरे वाहन खड़े होने लगे हैं। सड़क पर सुबह से शाम तक चारे से भरे वाहनों के खड़ा होने से आधी सड़क तो उनसे ही घिर जाती है।
विशेष बात यह है कि इस मार्ग पर यातायात पुलिस की गाड़ी भी खूब दौड़ती है। वहीं वाहनों की जांच आदि की कार्रवाई भी की जाती है, लेकिन चारे के वाहनों से अटे रहने वाली सड़क की यातायात पुलिस अनदेखी ही किए हुए हैं। क्षेत्र के बाशिंदों का कहना है कि इस हाइवे मार्ग पर दिन-रात वाहनों की आवाजाही रहती है, ऐसे में दिनभर सड़क पर ही चारे से भरे वाहनों के खड़ा होने से परेशानी होती है।