सवाल: आप करौली में ऐसे दौर में पदस्थापित हुए हैं, जब कुछ दिन पहले यहां उपद्रव की घटना हुई। कफ्र्यू लगाना पड़ा था। आप क्या सोचते हैं। कलक्टर: बिल्कुल इसमें कोई शक नहीं कि जो घटना हुई और हालातों से चुनौतीपूर्ण समय रहा है। अब स्थिति सामान्य है और हमारी कोशिश यही रहेगी कि शहर में पुन: सौहाद्र्र-भाईचारा और अमन-चैन बना रहे। इसके लिए सभी वर्गों से बातचीत कर विश्वास जगाने का कार्य किया जाएगा। मेरी आमजन से अपील है कि सभी पूर्व की भांति भाईचारे के साथ रहें और सौहाद्र्र के साथ सभी आगामी त्योहारों को मनाएं।
सवाल: करौली पिछड़ा जिला है। आशान्वित जिलों में भी शुमार है, किस तरह यहां विकास को रफ्तार दी जाएगी।
कलक्टर- सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं पर पूरी तरह फोकस किया जाएगा। मैंने आज ही ज्वाइन किया है, जल्द ही योजनाओं की समीक्षा कर उनमें प्रगति लाने का प्रयास किया जाएगा, जिसके लिए कार्ययोजना भी तय की जाएगी। कलक्टर के रूप में यह मेरा दूसरा जिला है, पहले बांसवाड़ा था, जहां के अनुभव का उपयोग करते हुए करौली को विकास के पथ पर आगे ले जाने का पूरी तरह प्रयास किया जाएगा।
कलक्टर- सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं पर पूरी तरह फोकस किया जाएगा। मैंने आज ही ज्वाइन किया है, जल्द ही योजनाओं की समीक्षा कर उनमें प्रगति लाने का प्रयास किया जाएगा, जिसके लिए कार्ययोजना भी तय की जाएगी। कलक्टर के रूप में यह मेरा दूसरा जिला है, पहले बांसवाड़ा था, जहां के अनुभव का उपयोग करते हुए करौली को विकास के पथ पर आगे ले जाने का पूरी तरह प्रयास किया जाएगा।
सवाल: नए जिले में आपकी क्या नई प्राथमिकताएं रहेंगी।
कलक्टर: देखिए सबसे पहली प्राथमिकता में जिले में कानून व्यवस्था माकूल बनी रहे, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। एसपी साहब से बातचीत कर स्थिति की समीक्षा भी की है।
कलक्टर: देखिए सबसे पहली प्राथमिकता में जिले में कानून व्यवस्था माकूल बनी रहे, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। एसपी साहब से बातचीत कर स्थिति की समीक्षा भी की है।
सवाल: जिले में विकास के लिए पर्यटन क्षेत्र में विपुल संभावनाएं हैं, लेकिन अब तक उन पर समुचित कार्य नहीं हो पाया, आपके क्या प्रयास रहेंगे। कलक्टर: जिले के पर्यटन स्थलों को लेकर डीएफओ से वार्ता की जाएगी। साथ ही ऐसे स्थलों को देखा जाएगा, जो पर्यटन के रूप में विकसित हो सकें। इसके लिए पर्यटन विभाग एवं वन विभाग अधिकारियों की बैठक लेकर कार्य किया जाएगा।
सवाल: बांसवाड़ा कलक्टर पद पर रहने के दौरान आपने गांवों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए मनरेगा के जरिए खेल स्टेडियम बनाने का नवाचार किया, जिसकी काफी सराहना हुई, क्या करौली जिले में भी कुछ इस तरह के कार्य होंगे।
कलक्टर: बांसवाड़ा जिले में इसकी आवश्यकता थी, वहां क्रिकेट का बहुत क्रेज हैं, जिसके लिए ये कार्य किए गए। करौली जिले में देखा जाएगा कि क्या आवश्यकता है, उसी के अनुरूप प्लानिंग की जाएगी।
सवाल. जिले में गर्मी के दौरान पेयजल संकट उभरता है। विशेष रूप से डांग इलाके के गांवों में पेयजल संकट रहता है, किस तरह समस्या का समाधान किया जाएगा।
कलक्टर: गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल की समस्या को लेकर पीएचईडी के अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की जाएगी। साथ ही समस्या के समाधान के लिए कार्ययोजना बनाकर आमजन को राहत दी जाएगी।
कलक्टर: गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल की समस्या को लेकर पीएचईडी के अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की जाएगी। साथ ही समस्या के समाधान के लिए कार्ययोजना बनाकर आमजन को राहत दी जाएगी।