विशेष बात यह है कि इस पद को लेकर करौली में पहली बार यह स्थिति नहीं आई है, इससे पहले भी आए एक सीडीईओ यहां कार्यभार संभालने के महज 3 दिन बाद ही स्थानान्तरित होकर चले गए थे। इतना ही नहीं कार्यालय में अन्य आधे से अधिक पद भी वर्षों से खाली पड़े हैं। ऐसे में सीडीईओ कार्यालय में कामकाज प्रभावित होता है और कार्यरत कर्मचारियों पर भी कामकाज का दबाव भी बना रहता है।
गौरतलब है कि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे राजेन्द्र कुमार शर्मा गत 30 अप्रेल को सेवानिवृत हो गए थे। उनके बाद उस दौरान इस पद पर नए सीडीईओ की नियुक्ति नहीं की गई। ऐसे में सीडीईओ का कार्यभार प्रारंभिक शिक्षा के जिला शिक्षा अधिकारी रामूलाल मीना को सौंप दिया। उनका भी यहां से स्थानांतरण होने के बाद इस पद की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा के जिला शिक्षा अधिकारी भरतलाल मीना को सौंप दी गई। गत माह 25 जुलाई को विभाग ने यहां अरूणेशकुमार सिन्हा को सीडीईओ पद पर नियुक्त किया, लेकिन उनकी सरकारी सेवाअवधि में महज 7 दिन का ही समय शेष था। ऐसे में 31 जुलाई को सिन्हा भी सेवानिवृत्त होकर चले गए। लेकिन नए सीडीईओ की नियुक्ति नहीं हुई है। ऐसे में अब फिर से इस पद का अतिरिक्त कार्यभार माध्यमिक शिक्षा के जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया है।
अब तक 6 सीडीईओ
शिक्षा विभाग में सीडीईओ का पद सृजित होने के बाद से वर्ष 2018 से अब तक इस पद पर कुल 6 अधिकारी रहे हैं। इनमें से तीन सीडीईओ की यही से सेवानिवृत्ति हुई है, जबकि जुलाई 2019 में यहां लगाए गए वीरसिंह बेनीवाल का महज 3 तीन बाद ही यहां से स्थानान्तरण कर दिया गया। जबकि गणपतलाल मीना, राजेन्द्र शर्मा एवं अरुणेश सिन्हा यहां से सेवानिवृत हुए हैं।
शिक्षा विभाग में सीडीईओ का पद सृजित होने के बाद से वर्ष 2018 से अब तक इस पद पर कुल 6 अधिकारी रहे हैं। इनमें से तीन सीडीईओ की यही से सेवानिवृत्ति हुई है, जबकि जुलाई 2019 में यहां लगाए गए वीरसिंह बेनीवाल का महज 3 तीन बाद ही यहां से स्थानान्तरण कर दिया गया। जबकि गणपतलाल मीना, राजेन्द्र शर्मा एवं अरुणेश सिन्हा यहां से सेवानिवृत हुए हैं।
रिक्त पदों की भरमार
शिक्षा महकमे में जिले के सबसे बड़े मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में वैसे तो 13 पद स्वीकृत हैं, लेकिन शुरू से ही यहां अधिकांश पद रिक्त ही रहे हैं। कार्यालय सूत्रों के अनुसार वर्तमान में यहां मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी के अलावा वरिष्ठ विधि अधिकारी, संस्थापन अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, निजी सहायक, संदर्भ व्यक्ति (सीडब्ल्यूएसएल), कनिष्ठ लेखाकार एवं सहायक कर्मचारी के एक-एक पद रिक्त पड़े हैं।
शिक्षा महकमे में जिले के सबसे बड़े मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में वैसे तो 13 पद स्वीकृत हैं, लेकिन शुरू से ही यहां अधिकांश पद रिक्त ही रहे हैं। कार्यालय सूत्रों के अनुसार वर्तमान में यहां मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी के अलावा वरिष्ठ विधि अधिकारी, संस्थापन अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, निजी सहायक, संदर्भ व्यक्ति (सीडब्ल्यूएसएल), कनिष्ठ लेखाकार एवं सहायक कर्मचारी के एक-एक पद रिक्त पड़े हैं।