इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी भूपेन्द्र भारद्वाज, चन्द्रप्रकाश मीना, कन्हैयालाल शर्मा, रामसहाय एडवोकेट, लज्जाराम वर्मा, जयलाल माली, उद्योसिंह एडवोकेट, महेन्द्र सूरौठिया आदि ने कलक्टर को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि शहर में रोड लाइट की व्यवस्था खराब पड़ी है। रोड लाइट के अभाव में दुर्घटनाएं होने का अंदेशा बना रहता है। मदनमोहनजी दर्शनों को जाने वाले श्रद्धालुओं को अंधेरे में परेशानी होती है। इसी प्रकार शहर की सफाई व्यवस्था बदहाल पड़ी है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। पहले गलियों में नगरपरिषद के वाहन से कचरे का उठाव होता था, लेकिन यह व्यवस्था भी अब बंद पड़ी है। शहर में जगह-जगह आवारा पशु घूमते हैं, जो समस्या भी गंभीर होती जा रही है। इसके अलावा करीब 4-5 वर्ष पहले से सीवरेज का निर्माण शहर के कुछ जगहों पर हो चुका है, लेकिन ठेकेदार द्वारा अभी तक काफी संख्या में कनेक्शन नहीं किए गए हैं। सीवरेज लाइन का गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। शहर में सुभल शौचालयों का निर्माण कराया गया, लेकिन वह भी बंद पड़े हैं।
राज्य सरकार की ओर से भद्रावती नदी के विकास के लिए राशि स्वीकृत की गई थी, जिसे करीब दो वर्ष हो चुके हैं, लेकिन कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। शिकारगंज से नए चिकित्सालय भवन तक सड़क जर्जरहाल है, जो परेशानी का सबब बनी हुई है। शहर में पानी के बिल भी 8 माह से जारी नहीं किए जा रहे हैं। इससे उपभोक्ताओं से पैनेल्टी वसूली जा रही है। इसके अलावा शहर की बढ़ती आबादी के मद्देनजर अन्य जगह भी मोक्षधाम के लिए भूमि चिन्हित कर निर्माण कराने की भी मांग की गई है।
पट्टे जारी करने में मनमानी
कांग्रेसियों ने स्थानीय नगरपरिषद द्वारा पट्टे जारी करने में मनमानी के भी आरोप लगाए हैं। बताया है कि राज्य सरकार द्वारा पट्टा जारी करने का अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन करौली नगरपरिषद कार्यालय में सैंकड़ों आवेदन लंबित पड़े हैं। कॉलोनियों में पट्टे जारी करने की प्रक्रिया में 90ए की कार्रवाई भी नहीं की जा रही है।