अमरूदों की मिठाई फीकी, मौसम नहीं अनुकूल
करौलीPublished: Nov 12, 2022 12:47:27 pm
बादल छाने से फसल हो रही प्रभावित जीरोता. समीपवर्ती सवाईमाधोपुर जिले की तर्ज पर करौली में भी किसानों में अमरूद की पैदावार के प्रति रुचि जगी और लेकिन किसानों को उचित दाम नहीं मिलने से यहां अमरूदों की मिठास फिकी हो रही है। मौसम में उतार चढ़ाव के चलते अमरूद उत्पादक किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि दीपावली के बाद हर साल सर्दी जोर पकड़ लेती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा। अमरूद की पैदावार के लिहाज से सर्दी नहीं पड़ रही है। जिससे फसल विकसित नहीं हो रही है।


जीरोता इलाके में लहलहाते अमरूद के बगीचे।
अमरूदों की मिठाई फीकी, मौसम नहीं अनुकूल
बादल छाने से फसल हो रही प्रभावित
जीरोता. समीपवर्ती सवाईमाधोपुर जिले की तर्ज पर करौली में भी किसानों में अमरूद की पैदावार के प्रति रुचि जगी और लेकिन किसानों को उचित दाम नहीं मिलने से यहां अमरूदों की मिठास फिकी हो रही है। मौसम में उतार चढ़ाव के चलते अमरूद उत्पादक किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि दीपावली के बाद हर साल सर्दी जोर पकड़ लेती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा। अमरूद की पैदावार के लिहाज से सर्दी नहीं पड़ रही है। जिससे फसल विकसित नहीं हो रही है। कुछ दिनों से बादल छाने से मौसम अमरूद के अनुकूल नहीं है। जिससे अमरूद ठीक प्रकार से विकसित नहीं हो रहा है। पेड़ में ही फल खराब हो रहा है। जीरोता, एकट, जोड़ली, निमोदा, हाडौती, फतेहपुर, बगीदा, डूण्डीपुरा, मशावता, डाबरा, डिकोली, बालाहेत आदि में कई जगह अमरूद पेड़ पर ही खराब रहे हैं। करौली जिले में करीब ५०० बीघा में अमरूद का रकबा है।