जनता का दर्द बनीं हाइवे की दरारें, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध
करौलीPublished: Dec 04, 2022 06:56:06 pm
करौली. जिला मुख्यालय से निकल रहा सरमथुरा-करौली नेशनल हाई-वे वाहन चालकों की मुसीबत बना है। सड़क का हाल यह है कि सामान्य गति से चलना भी वाहन चालकों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।


जनता का दर्द बनीं हाइवे की दरारें, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध
करौली. जिला मुख्यालय से निकल रहा सरमथुरा-करौली नेशनल हाई-वे वाहन चालकों की मुसीबत बना है। सड़क का हाल यह है कि सामान्य गति से चलना भी वाहन चालकों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। असल में हाई-वे की सड़क पर जगह-जगह दरारें आ गई हैं। कई स्थानों पर सड़क में अनियमित उभार आ गए हैं। शहर से होकर गुजर रहा हाइवे का हिस्सा भी जगह—जगह से टूट गया है, जहां जलभराव की समस्या कोढ़ में खाज का काम कर रही है। करीब 261 करोड़ रुपए की लागत से पांच वर्ष पूर्व बने राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर में कदम—कदम पर हादसा होने की आशंका बनी रहती है। निर्माण की खामियों के कारण जब इस पर पेचवर्क कराए गए तो थोड़ सी दूरी के अंतराल पर ही स्पीड ब्रेकर जैसे हालात बन गए हैं। इन तमाम खामियों के बावजूद जिम्मेदार सिर्फ बयानों से काम चला रहे हैं, जबकि धरातल पर समस्या का कोई हल नहीं निकल पा रहा। लालसोट से करौली और करौली से धौलपुर तक हाइवे सड़क का निर्माण वर्ष 2016 में पूरा हुआ था।