6 दशकोंं से करौली में 'छुक-छुक' दौडऩे का ख्वाब देख रहे लोगों के सपनों की 'हेरिटेज' के नाम पर अब तक बली ही चढ़ी, क्यों?
करौलीPublished: Jul 28, 2018 11:44:59 pm
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6 दशकोंं से करौली में 'छुक-छुक' दौडऩे का ख्वाब देख रहे लोगों के सपनों की 'हेरिटेज' के नाम पर अब तक बली ही चढ़ी, क्यों?
जयपुर/करौली.
इंडियन रेलवे दुनिया में चौथी सबसे बड़ी रेलवे कही जाती है, किंतु देश में अभी भी काफी हिस्से में न रेल चलतीं और न ही पटरियां बिछ पाई हैं। सूबे के कई स्थान ऐसे हैं जहां लोग आजादी के समय से ही रेल में दौड़ने का ख्वाब पाले हैं। जयपुर से करीब 200 किमी दूर आधुनिक शहर करौली छह दशकोंं से रेल के लिए तरस रहा है, किंतु प्रपोजल व काम शुरू होने के बावजूद पटरियों का काम भी नहीं हो सका।