राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के संभागीय अध्यक्ष निहालसिंह मावई ने बताया कि सहायक अभियंता (ए-द्वितीय) फीडर प्रभारियों पर जबरन उपभोक्ताओं के मीटरों में विद्युत लोड बढ़ाकर बिल में अतिरिक्त यूनिट जोडऩे का दबाब बना रहें हैं। ऐसा नहीं करने पर सहायक अभियंता ने १५ फीडर प्रभारियों को जार्चशीट थमाते हुए वार्षिक वेतन वृद्वि रोक दी है।
जिलाध्यक्ष कर्मप्रकाश मीणा ने कहा की सहायक अभियंता कार्यालय में बिना सिफारिश के जरूरतमंद लोगों को भी ट्रांसफॉर्मर व केबल समेत अन्य विद्युत सामग्री स्वीकृत नहीं की जाती। ऐसे में रेवई, लहचौड़ा, अलीपुरा, झारेड़ा समेत विभिन्न गांवो में ग्रामीणों को बिजली-पानी संकट से जूझना पड़ रहा है।
अभियंताओं की लापरवाही के कारण उपभोक्ताओं का गुस्सा रीडिंग लेने के दौरान कर्मचारियों को झेलना पड़ता है। तहसील अध्यक्ष गजेन्द्रसिंह बैनीवाल ने एक्सईएन से शिकायत की कि सहायक अभियंता द्वारा ५०० से अधिक उपभोक्ताओं का काम संभाल रहे फीडर प्रभारियों से कनिष्ठ लिपिकों अलावा एफआरटी का अतिरिक्त कार्य भी कराया जा रहा है। बारिश के मौसम में आए दिन विद्युत फाल्ट होने के बावजूद तकनीकी कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं किए जा रहे है।
जिससे अक्सर हादसे की आशंका बनी रहती है। कर्मचारियों ने साप्ताहिक व तकनीकी अवकाश व ठेके पर संचालित ग्रिड सब स्टेशनों पर चार प्रशिक्षित कार्मिक लगाए जाने की मांग की है। साथ ही पांच दिन में कार्रवाई नहीं होने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। इस पर अधिशासी अभियंता ने कार्मिकों को मामले की जांच कराने का आश्वासन का दिया। इस दौरान क्षेत्र के ५२ फीडरों में कार्यरत कर्मचारी मौजूद थे।
इनको थमाई थी चार्ज शीट
निगम सूत्रों के अनुसार विद्युत चोरी रोकने में नाकाम रहे फीडर प्रभारी बाबूलाल जाटव, मनोज शर्मा, सतीश जाटव, अमरसिंह, मनोज कुमार जाटव, अशोक मीणा, शीशराम प्रजापत, हरकेश जाटव, स्वरूप गुर्जर, पुष्पेन्द्र, अर्जुनसिंह, रविन्द्र सोलंकी, प्रेमसिंह बैनीवाल, मनोज जाटव व चेतन जाट को सहायक अभियंता ने १९ जुलाई को चार्जशीट थमाई थी।
निगम सूत्रों के अनुसार विद्युत चोरी रोकने में नाकाम रहे फीडर प्रभारी बाबूलाल जाटव, मनोज शर्मा, सतीश जाटव, अमरसिंह, मनोज कुमार जाटव, अशोक मीणा, शीशराम प्रजापत, हरकेश जाटव, स्वरूप गुर्जर, पुष्पेन्द्र, अर्जुनसिंह, रविन्द्र सोलंकी, प्रेमसिंह बैनीवाल, मनोज जाटव व चेतन जाट को सहायक अभियंता ने १९ जुलाई को चार्जशीट थमाई थी।
लापरवाही पर दी थी चार्जशीट
जिन फीडर प्रभारियों ने कम यूनिटो की बिलिंग की थी या जो छीजत रोकने में नाकाम रहे थे, उनको चार्जशीट थमाई गई थी। जो आरोप लगाए जा रहें है वे निराधार हंै।
डीके शर्मा, सहायक अभियंता (ए-द्वितीय), हिण्डौनसिटी
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जिन फीडर प्रभारियों ने कम यूनिटो की बिलिंग की थी या जो छीजत रोकने में नाकाम रहे थे, उनको चार्जशीट थमाई गई थी। जो आरोप लगाए जा रहें है वे निराधार हंै।
डीके शर्मा, सहायक अभियंता (ए-द्वितीय), हिण्डौनसिटी
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