उन्होनें अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान व गणित में पूर्णांक प्राप्त कर 600 में से 597 अंक हासिल किए हैं। स्कूल प्रबंधन सहित शुभचिंतकों का लक्ष्य के घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। लक्ष्य ने पत्रिका को बताया कि उसका लक्ष्य आईआईटी से बीटैक करने के बाद आईएएस बनने का है।
चाय बेचकर भी 10वीं में हासिल किए 98.50 फीसदी अंक…हर जगह हो रहे चर्चे
लक्ष्य के पिता पवन कुमार चतुर्वेदी खेड़ा स्थित निजी नर्सिंग कॉलेज में प्राचार्य हैं ,मां अल्पना शर्मा स्कूल व्याख्याता हैं। लक्ष्य फिलहाल कोटा में आईआईटी फाउंडेशन की तैयारी कर रहा है। लक्ष्य ने अपनी सफलता का श्रेय पडदाता राधामोहन चतुर्वेदी को दिया है।