इस सम्बन्ध में जनस्वास्थ्य आभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता आशाराम मीणा ने गांव जाकर मौका देखा। वे अपनी रिपोर्ट विभाग तथा पंचायत राज के अधिकारियों को भेजेंगे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका में भांकरी गांव की पेयजल समस्या को लेकर लगातार प्रकाशित किए जा रहे समाचारों से समस्या के समाधान की उम्मीद बनी है। इस मामले में बुधवार को ग्रामीणों ने करौली आकर जिला कलक्टर तथा अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा तथा समस्या के समाधान की गुहार की।
इसके बाद अधिशासी अभियंता आशाराम मीना ने गांव पहुंच जर्जर लाइनों के बारे में रिपोर्ट तैयार की है। मीना ने बताया कि जनता जल योजना के तहत महूं की नदी में स्थापित तीन नलकूपों से पानी की आपूर्ति होती है। इसकी लाइन अनेक स्थानों से क्षतिग्रस्त भी है। लेकिन इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत के सहयोग से निर्वाध रूप से पानी की आपूर्ति के लिए योजना तैयार की जाएगी। बजट ग्राम पंचायत ही खर्च करेगी।
कलक्टर-सीईओ से लगाई गुहार
भांकरी गांव के नवयुवक संघ के सदस्यों ने जिला कलक्टर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व जनस्वास्थ्य आभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंप पेयजल संकट से निजात दिलाने की मांग की। इस पर दोनों अधिकारियों ने समस्या के समाधान का विश्वास दिलाया। ज्ञापन में बताया कि १९९८-९९ में महूं की नदी में नलकूप स्थापित कर टंकियों से पानी की आपूर्ति शुरू की गई। इस योजना से दो-तीन साल तो ठीक प्रकार से पानी मिला लेकिन बाद में महूं से भांकरी तक की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इससे नलकूपों का पानी टंकी तक पहुंचता ही नहीं है। उन्होंने बताया कि भांकरी में कुओं का पानी समाप्त हो गया है। इस कारण ग्रामीण पानी के लिए परेशान हैं।
भांकरी गांव के नवयुवक संघ के सदस्यों ने जिला कलक्टर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व जनस्वास्थ्य आभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंप पेयजल संकट से निजात दिलाने की मांग की। इस पर दोनों अधिकारियों ने समस्या के समाधान का विश्वास दिलाया। ज्ञापन में बताया कि १९९८-९९ में महूं की नदी में नलकूप स्थापित कर टंकियों से पानी की आपूर्ति शुरू की गई। इस योजना से दो-तीन साल तो ठीक प्रकार से पानी मिला लेकिन बाद में महूं से भांकरी तक की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इससे नलकूपों का पानी टंकी तक पहुंचता ही नहीं है। उन्होंने बताया कि भांकरी में कुओं का पानी समाप्त हो गया है। इस कारण ग्रामीण पानी के लिए परेशान हैं।
आठ इंच की लाइन डाली जाए
ज्ञापन में पेयजल संकट के स्थायी समाधान के लिए आठ इंच की पेयजल की पाइप लाइन डालने की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि लाइन एक नलकूप के हिसाब से डाली गई, लेकिन अब तीन नलकूपों से पानी की सप्लाई होती है। इस कारण पुरानी लाइन आए दिन क्षतिग्रस्त हो जाती है।
— करौली में अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपते ग्रामीण।
ज्ञापन में पेयजल संकट के स्थायी समाधान के लिए आठ इंच की पेयजल की पाइप लाइन डालने की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि लाइन एक नलकूप के हिसाब से डाली गई, लेकिन अब तीन नलकूपों से पानी की सप्लाई होती है। इस कारण पुरानी लाइन आए दिन क्षतिग्रस्त हो जाती है।
— करौली में अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपते ग्रामीण।