अपर लोक अभियोजक जीतेंद्र खैमरिया ने बताया कि झारेड़ा रोड निवासी किशनलाल सोनी ने 3 सितम्बर 2013 को प्राथमिकी दर्ज कराई कि वह सुबह 10 बजे किसी काम से बयाना गया था। छोटा भाई मनोज के घर पर नहीं होने बहन रजनी घर पर अकेली थी। दोपहर बाद साढ़े तीन बजे वह घर लौटा घर में रसोई में रजनी खून से लथपथ मृत पड़ती थी। उसका चेहरा व सिर पत्थर के बट्टे से कुचला हुआ था। घर में सामान बिखरा पड़ा था तथा आभूषण निर्माण के लिए रखी दुकानदारों की 45 583 ग्राम चांदी गायब थी। पास-पड़ोसियोंं को बताने पर कोतवाली थाना पुलिस ने अज्ञात के नाम मामला दर्ज किया।
डॉग स्वायर्ड पकड़ में आया हत्यारा दोस्त-
अपर लोक अभियोजक ने बताया कि अपने कृत्य को छिपाने के लिए भूपेश अपने दोस्त किशन के साथ शोक में दिन रात मौजूद रहा। पुलिस जयपुर से आए डॉग स्क्वायर्ड के जरिए भूपेश के घर पहुंंची और गिरफ्तार कर चांदी बरामद करी ली। उसीने आसिफ के घटना में शामिल होने का राज खोला। दोनों अभियुक्तों ने लूटी गई चांदी बांट लिया था। पुलिस ने भी भूपेश के पास से 22 किलो 289 ग्राम तथा आसिफ के यहां से 23 किलो 294 ग्राम चांदी बरामद की थी।
विरोध में बंद रहा था बाजार-
रजनी सोनी की नृशंश हत्या के विरोध में शहर में प्रदर्शन हुए थे। उस दौरान व्यापार महासंघ की ओर से हिण्डौन बंद भी किया गया था।