19 केन्द्रों पर पोषाहार में ही अनियमितता पाई गई तथा कई जगह कम पोषाहार प्राप्त था। निरीक्षण में आठ कार्यकर्ता, 17 आशा सहयोगिनी ओर 4 सहायिका अनुपस्थित मिली। महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक भूपेश गर्ग ने बताया कि कार्यालय से 50 कार्मिकों को नियुक्त कर जिले के 181 केन्द्रों का निरीक्षण कराया गया। इनमें हिण्डौन परियोजना में 46, करौली में 72, सपोटरा में 19, मण्डरायल में आठ, टोडाभीम में 24, नादौती में 12 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया।
इस दौरान जटवाड़ा द्वितीय, दुर्गसी, अटक, भंगो, नीमरीपुरा, पीतरामपुरा, भिंडपुरा, महूइब्राहिमपुर तृतीय, गुड़ला तृतीय, नींदर द्वितीय, फिरोजपुरा, सोनपालकापुरा, भुकरावली तृतीय, ढाणी कंचनपुर, गांवड़ा गुर्जर, गोपीनाकापुरा, दानालपुर द्वितीय तथा कांचरौली के केन्द्र बंद मिले। इसी प्रकार करौली के वार्ड नम्बर 28, वार्ड 12 प्रथम, राजौर तृतीय, हिण्डौन वार्ड 17 प्रथम, जटवाड़ा प्रथम, हाड़ौली, खेड़ीहैवत प्रथम, मंडावरा द्वितीय, क्यारदा खुर्द द्वितीय, मदनपुरा प्रथम, मदनपुर द्वितीय, सलेमपुर प्रथम, कंजौली प्रथम, महस्वा चतुर्थ, कल्याणी प्रथम, नारौली पंचम, सादपुरा मिनी, कांचरौली, कुडग़ांव प्रथम, डाबरा प्रथम, घटली, राजपुर, तालचिड़ा, मीना पट्टी, महूपुरा खावदा, रेतकी, झौंपड़ी, हरिसिंहपुरा, मसावता केन्द्रों पर पोषाहार ही नहीं मिला।
इसी प्रकार गादौली प्रथम, दानालपुर प्रथम, जाटवों की ढाणी, धूलवास, महूखास प्रथम, मकठोठ,बदलेटा बुजुर्ग, टोडाभीम वार्ड 6, कुडग़ांव प्रथम, महूखास तृतीय, धूलवास व रामपुरा पर कार्यकर्ता नहीं मिली, वहीं करौली वार्ड नम्बर 12 प्रथम, बनकी, मोठियापुरा, मदनपुरा प्रथम, मदनपुर द्वितीय, सैमरदा द्वितीय, गंागुरदा द्वितीय, गादौली द्वितीय, सादपुरा, महस्वा चतुर्थ, बाढ़ महासिंहपुरा, सोमला, जटवाड़ा प्रथम, डाबरा द्वितीय, गढ़ी बाढ़ा, मण्डरायल प्रथम व द्वितीय पर आशा सहयोगिनी नहीं मिली।
इनके अलावा सैमरदा प्रथम, चमरपुरा, कोंडर प्रथम, नहरगढ़, पाड़ला, महेन्द्रवाड़ा, त्रिशूल, महौली द्वितीय, नारौली प्रथम, कैमरा प्रथम, कैमा द्वितीय, डाबरा द्वितीय, कुडग़ांव द्वितीय, गढ़ी बाड़ा, रामपुरा, तालचिड़ा, रायसना, सलावद द्वितीय, अलूदा केन्द्रों पर पोषाहार में अनियमितताएं पाई गईं। गर्ग ने बताया कि सभी सीडीपीओ को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।