scriptकरौली जिले में आई टिड्डी, किसानों की बढ़ी चिंता | Locust in Karauli district, farmers worried | Patrika News

करौली जिले में आई टिड्डी, किसानों की बढ़ी चिंता

locationकरौलीPublished: May 21, 2020 07:55:52 pm

Submitted by:

Surendra

जिले में आई टिड्डी, किसानों की बढ़ी चिंताकृषि विभाग हुआ अलर्ट, अधिकारी बोले अभी नहीं कोई नुकसानकरौली. रेगिस्तानी इलाके से चलकर अब ट्ड्डिी दलों ने करौली जिले में भी घुसपैठ की है। जिले में टिड्डी के दो दलों ने गुरुवार को प्रवेश किया और देखते-देखते जिले के काफी हिस्से में इन्होंने डेरा डाला है। टिड्डियों के दल पेड़ और झाडिय़ों पर जमा है और उन्हें चट करने लगे हैं। इससे आगामी फसल में भी नुकसान की आशंका को लेकर किसान चिंतित हैं।

करौली जिले में आई टिड्डी, किसानों की बढ़ी चिंता

करौली जिले में आई टिड्डी, किसानों की बढ़ी चिंता

जिले में आई टिड्डी, किसानों की बढ़ी चिंता
कृषि विभाग हुआ अलर्ट, अधिकारी बोले अभी नहीं कोई नुकसान
करौली. रेगिस्तानी इलाके से चलकर अब ट्ड्डिी दलों ने करौली जिले में भी घुसपैठ की है। जिले में टिड्डी के दो दलों ने गुरुवार को प्रवेश किया और देखते-देखते जिले के काफी हिस्से में इन्होंने डेरा डाला है। टिड्डियों के दल पेड़ और झाडिय़ों पर जमा है और उन्हें चट करने लगे हैं। इससे आगामी फसल में भी नुकसान की आशंका को लेकर किसान चिंतित हैं। कुछ इलाकों में किसानों ने आवाज करके इनको भगाने के जतन भी किए। टिड्डी के दो दलों ने जिले में प्रवेश किया है। इससे नादौती, गुढ़ाचंद्रजी, गढमोरा क्षेत्र के बाद यह दल सलेमपुर, कुडग़ांव, परीता इलाके तक आ पहुंचा है। इसी प्रकार एक अन्य दल पटोंदा, महावीजी, बालघाट क्षेत्र में घूम रहा है। टिड्डी दल के सायपुर, कैलादेवी, अतेबा, खोहरी क्षेत्र में भी पहुंचने की खबर है। इससे क्षेत्र के किसानों में हड़कंप मचा है।
कृषि अधिकारियों ने बताया कि राहत की बात यह रही कि टिड्डी का दिनभर मुवमेंट आगे की ओर बढ़ता रहा है। इस कारण अभी तक जिले में किसी प्रकार का नुकसान नहीं है। कृषि अधिकारी टिड्डी के मूवमेंट पर लगातार नजर रखे हैं। कृषि विभाग के साथ जिला प्रशासन भी इस मामले में सचेत हुआ है। क्षेत्रीय पटवारी और कृषि अधिकारियों मौके पर भेजकर किसानों को ध्वनि यंत्र बजाकर टिड्डी बजाकर को भगाने की अपील की जा रही है। कृर्षि विभाग ने ओडियो भी ध्वनि का जारी किया है।
चलती रही हवा तो बचाव
कृषि पर्यवेक्षक पिन्टू मीणा ने बताया कि तेज हवा के कारण टिड्डियों का जिले में ठहराव नहीं हो रहा है। वो हवा के साथ आगे बढ़ती जा रही हैं। अगर हवा की स्थिति बरकरार बनी रही तो ये जिले से निकल जाएंगी वरना रात्रि में नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने टिड्डियों के दो दल बताए हैं। इनमें एक दल 6 किमी. लम्बाई और 4 किमी. चौडाई में एक किलोमीटर की उंचाई पर उड़ रहा है। उन्होंने बताया कि जिस इलाके में टिड्डियों का डेरा होता है, वहां पेडों़ को नष्ट कर देता है।
ऐसे बढ़ा टिड्डियों का काफिला
कृषि पर्यवेक्षक पिन्टू मीणा के अनुसार जिले में टिड्डियों के दो दल बन गए। जो इस प्रकार आगे बढ़े। अब ये दल रात में लांगरा क्षेत्र के गढ़ी के गांव के आसपास बताए हैं।
पहला दल- आलूदा (नांगल राजवतन) से लालसोट- बामनवास- गंगापुर होते हुए करौली जिले के सलेमपुर-तमोलीपुरा-कुडग़ांव-एटा-हनुमानपुरा-रिछोटी-रामपुरा-अटलपुरा- रामनगर-मोहनपुरा-खोहरी-कैलादेवी होते हुए अलबतकी चौबेकी-दौलतपुरा-आमरे-बहादरपुर-लखनपुर-माण्डीभाट (गडीगांव के पास में है)
दूसरा दल:- गढोरा (सिकराय, दौसा) -लालसर (करौली में प्रवेश) – गांवड़ी- रायसना- जितकीपुर-सलावद-आलूदा-नादौती-बड़ागांव-खेड़ला-कुंजेला-मिलकसराय- पीलोदा (माधोपुर में प्रवेश)- परिता (करौली में पुन: प्रवेश)-एटा-गोपालपुरा-रामपुर धाबाई होते हुए पुन: दोनों दल एक साथ मिल गए है। वर्तमान में गढ़ी का गांव की लोकेशन मिल रही है वहां पड़ाव डाला हुआ है
आगे बढ़ रही टिड्डी
कृषि विभाग के अधिकारियों ने जिला स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक टीमें गठित कर लगातार निगरानी के आदेश जारी किए गए। कृषि उपनिदेशक वीडी शर्मा के अनुसार जो ट्ड्डिी नादौती इलाके में आई थी, वे बढ़ते हुए अब सवाईमाधोपुर जिले के वजीरपुर कस्बे की ओर आगे बढ़ गई हैं, जबकि कुडग़ांव इलाके की ओर से दस्तक देने वाली टिड्डी राजौर, अतेवा होते हुए अलबत की, आमरे की इलाके के आसपास पहुंच चुकी हैं। शाम 7.30 बजे तक यह उड़ेंगी। ऐसे में उम्मीद है कि यह जिले से बाहर निकल जाएंगी। इनसे अभी तक कोई नुकसान नहीं है। वैसे तहसील स्तर पर सर्वे दल, नियंत्रण दल एवं जिला स्तर पर कमेटी गठित कर आदेश जारी कर रखे हैं। उन्होंने बताया कि जिले में वर्तमान में करीब 50 हैक्टेयर में मंूग है, वहीं लगभग 20 हैक्टेयर में मुंगफली और 400-500 हैक्टेयर में चारा है। इसमें कोई नुकसान नहीं है।
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