नवजात को रखने पर पालना ग्रह की घंटी बजी। घंटी बजते ही कर्मचारी पालना ग्रह की आए, जहां पर नवजात तो मिला। लेकिन उसे रखने वाली महिला नहीं मिली। कर्मचारियों ने बालक को पालना ग्रह से निकाला तथा गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया।
अब कानूनी प्रक्रिया से मिलेगा बालक
नवजात अबी अस्पताल की शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती है, जो पूरी तरह से स्वस्थ्य है।
अब कानूनी प्रक्रिया से मिलेगा बालक
नवजात अबी अस्पताल की शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती है, जो पूरी तरह से स्वस्थ्य है।
अस्पताल प्रबंधन बालक को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में भेजेगा। इसके नियमों के अनुसार अब यदि बालक की मां उसे लेने आए तो उसे भी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। बालक को गोद भी कानून के अनुसार लिया जा सकेगा, जिसकी प्रक्रिया अधिकारियों की निगरानी में जयपुर में होगी।
पुलिस ने जांच शुरू की
पालना ग्रह में नवजात मिलने की जानकारी अस्पताल प्रबंधन ने कोतवाली पुलिस को दी। थानाप्रभारी राजकुमार मीना मौके पर पहुंचे। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच की। अस्पताल प्रबंधन ने भी रिकॉर्ड की जांचा तथा अपने स्तर पर महिला को तलाश किया।
जन्म के ढाई घंटे बाद ही छोड़ गई बेटे को
नवजात गहन चिकित्सा में भर्ती कराया
करौली. एक निष्ठुर मां अपने कलेजे के टुकड़े को जन्म के ढाई घंटे बाद ही मातृ एवं शिशु कल्याण स्वास्थ्य केन्द्र के पालना ग्रह में छोड़कर फरार हो गई। बाद में नवजात को नवजात गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती किया है, जो पूरी तरीके से स्वस्थ्य है। अस्पताल प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार मनीषा पत्नी मनोज निवासी करसाई को प्रसव के लिए सुबह आठ बजे मातृ एवं शिशु कल्याण स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया।
नवजात गहन चिकित्सा में भर्ती कराया
करौली. एक निष्ठुर मां अपने कलेजे के टुकड़े को जन्म के ढाई घंटे बाद ही मातृ एवं शिशु कल्याण स्वास्थ्य केन्द्र के पालना ग्रह में छोड़कर फरार हो गई। बाद में नवजात को नवजात गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती किया है, जो पूरी तरीके से स्वस्थ्य है। अस्पताल प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार मनीषा पत्नी मनोज निवासी करसाई को प्रसव के लिए सुबह आठ बजे मातृ एवं शिशु कल्याण स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया।