गढमण्डोरा गांव में घर-घर में बीमार, जमीन पर लिटाकर उपचार,तीन की मौत के बाद दस ग्रामीण और जयपुर रैफर
करौलीPublished: Sep 05, 2018 07:17:13 pm
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गढमण्डोरा गांव में घर-घर में बीमार, जमीन पर लिटाकर उपचार,तीन की मौत के बाद दस ग्रामीण और जयपुर रैफर
मासलपुर (करौली) जिले के गढ़मण्डोरा गांव में दूषित पानी से तीन जनों की मौत के साथ ही घर-घर में उल्टी दस्त फैल गया है। बुधवार को ७० ग्रामीणों के उपचार के बाद १० जनों को करौली अस्पताल के लिए मासलपुर रैफर किया गया है। सीएमएचओ व उपजिला कलक्टर ने चिकित्सा टीम के साथ गांव में कैम्प किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरफूल ने बताया कि दूषित पानी से गांव में बीमारी फैली है। उन्होंने बताया कि उल्टी दस्त के शिकार मौनू सिंह, कृष्णा, बबीता सहित अन्य का मासलपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार किया। जिसमें से दो रोगियों को करौली रैफर किया है। गांव से तीन-चार रोगी बयाना उपचार कराने गए हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात कर दी गई है। जो सरकारी स्कूल में मरीजों का उपचार कर रही है।
ग्रामीणों की लगी लाइन
सरकारी स्कूल में चिकित्सक अभिषेक लवानिया उपचार कर रहे हैं। गांव में ७० से अधिक ग्रामीण बीमार है। इस कारण उपचार के लिए मरीजों की लाइन लगी हुई है। स्कूल में सुविधाओं का अभाव होने से मरीजों को जमीन पर लिटाकर ही उपचार किया जा रहा है। नर्स जमीन पर मरीज को लिटाकर बोतल लगा रही है। छोटे-छोटे बच्चे, महिलाएं इस बीमारी की चपेट में आई है। जमीन पर लिटाकर उपचार करने से संक्रमण की आशंका भी सामने आ रही है।
मौत के बाद सुध ली अधिकारियों ने
गढमण्डोरा गांव में गत सप्ताह से बीमारी का प्रकोप है। दर्जनों की संख्या में ग्रामीण करौली के अस्पताल में उपचार कराने आए। लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा प्रशासन के अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ली। इस कारण समय पर बीमारी पर अंकुश नहीं लग सका। इसका मामला मीडिया में प्रकाशित होने पर प्रशासन के अधिकारी हरकत में आए। बुधवार को उपखण्ड अधिकारी व सीएमएचओ गांव पहुंचे तथा ग्रामीणों से मामले की जानकारी ली। इस दौरान कुछ महिलाओं ने चिकित्सा अधिकारियों के समक्ष नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने गांव में फैली बीमारी को गम्भीरता से नहीं लिया। इस कारण गांव में तीन जनों की मौत हो गई।
सफाई व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी
चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि गांव में दूषित पानी की आपूर्ति व गंदगी रहने से बीमारी फैली है। लेकिन अभी तक गांव में फैली गंदगी की सफाई नहीं कराई गई है। गडमण्डोरा गांव में जगह-जगह गंदगी का अम्बार है। जिसमें मच्छर पनप रहे हैं। गंदा पानी जलस्रोत्रों में भी पहुंच रहा है। इसके बाद जिला प्रशासन, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सफाई अभियान शुरू तक नहीं किया है।
विधायक बोले विधानसभा में उठाएंगे मामला
विधायक दर्शन सिंह गुर्जर गढमण्डोरा गांव पहुंचे तथा पीडि़त परिवारों को ढांढस बंधाया। इस पर दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था कमजोर मिलने पर नारजगी जताई। उन्होंने कहा कि जमीन पर लिटाकर उपचार करने से मरीजों में संक्रमण हो सकता है। विधायक जब वापस लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में सीएमएचओ डॉ. हरफूल मिल गए। उन्होंने गांव में पर्याप्त मेडिकल टीम व संसाधन उपलब्ध नहीं कराने पर सीएमएचओ के समक्ष नाराजगी जताई। विधायक ने कहा कि चिकित्सा विभाग की लापरवाही से तीन जनों की मौत हुई है। इस मामले को विधानसभा में उठाया जाएगा।