करौली-धौलपुर के सांसद डॉ. मनोज राजौरिया के लिएप्रत्येक जिले में विकास कार्य के लिएप्रति वर्ष ढाई -ढाई करोड़ रुपए आवंटित किएजाते हैं। अभी तक उनको करौली जिले के लिए साढ़े सात करोड़ की राशि मिल चुकी है। इसमें से उनके द्वारा करौली में महज २ करोड़ १७ लाख की राशि ही खर्च की गई है। वर्ष २०१७-१८ के लिए उनको राशि अभी आवंटित नहीं हुई है जो अगले दिनों में मिलने वाली है। तब उनका फंड और बढ़ जाएगा।
खास बात यह है कि सांसद डॉ. मनोज राजोरिया को वर्ष २०१४-१५ में २५०.०० लाख की राशि स्वीकृत की गई। इस वर्ष में करौली जिले के लिए एक भी काम की सांसद ने अभिशंसा नहीं की। आंकड़ों के अनुसार सांसद द्वारा किसी भी वित्तीय वर्ष में राशि का पूरा उपयोग नहीं किया गया है। सांसद निधि कोष में जो राशि आवंटित की जाती है उससे सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में सड़क, पानी, बिजली सहित अन्य जनउपयोगी सुविधाओं पर इसे खर्च कर सकते हैं।
”सांसद का काम नियमानुसार अनुशंसा करना होता है। मैंने सांसद निधि गाइडलाइन के अनुसार अनुशंसा की है। अनुशंसा ज्यादा राशि की है। प्रशासनिक रुकावटों के कारण कुछ काम पूरे नहीं हो सके हैं। वास्तविक रूप से जारी की गई अनुशंसा के मुताबिक रिमाइंडर के बाद भी प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं होने से जो काम रुके हैं। वह अब पूरे होंगे।”
— डॉ. मनोज राजोरिया सांसद करौली-धौलपुर लोकसभा।