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बाल मृत्यु दर को रोकने के लिए अब चिकित्सा विभाग ऐसा करेगा

locationकरौलीPublished: Sep 19, 2019 12:09:44 pm

Submitted by:

Dinesh sharma

करौली. यहां सामान्य चिकित्सालय स्थित एएनएम ट्रेनिंग सेन्टर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश चंद मीना की अध्यक्षता में बाल मृत्यु समीक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुई।

बाल मृत्यु दर को रोकने के लिए अब चिकित्सा विभाग ऐसा करेगा

बाल मृत्यु दर को रोकने के लिए अब चिकित्सा विभाग ऐसा करेगा

करौली. यहां सामान्य चिकित्सालय स्थित एएनएम ट्रेनिंग सेन्टर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश चंद मीना की अध्यक्षता में बाल मृत्यु समीक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुई।

इस दौरान बाल मृत्यु की समीक्षा करते हुए विस्तार से प्रशिक्षण प्रदान किया गया। सीएमएचओ ने बाल मृत्यु में कमी लाने के लिए हरसंभव प्रयास करने पर जोर दिया।
कार्यशाला में सीएमएचओ ने बताया कि प्रदेश में एक हजार बच्चों पर 69 बच्चों की मृत्यु के कारण बाल मृत्यु की समीक्षा की जरूरत है, जिससे बच्चों की मृत्यु के कारणों का पता लगाकर मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
आरसीएचओ डॉ. जयंतीलाल मीना ने कहा कि घर, परिवहन, मार्ग एवं संस्थान स्तर पर हुई बाल मृत्यु की समीक्षा जिला स्तर एवं खण्ड स्तर पर बनाई गई कमेटियों द्वारा कराई जाएगी, जिससे मृत्यु के कारणों की स्थिति सामने आ सके। जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशुतोष पांडये एवं डीएनओ रूपसिंह धाकड़ ने बाल समीक्षा कार्यक्रम की बिन्दुवार समीक्षा स्थिति से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि यह समीक्षा 1-28 दिन तक एवं 29 दिन से 5 वर्ष के बच्चों की हुई मृत्यु की होगी, जिसमें विस्तुत समीक्षा एवं सामुदायिक समीक्षा शामिल है। घर, परिवहन एवं मार्ग दौरान हुई मृत्यु की सूचना क्षेत्र की एएनएम एवं आशाएं सेक्टर चिकित्सा अधिकारी को करेंगी एवं संस्थान पर हुई मृत्यु की समीक्षा चिकित्सा संस्थान पर गठित कमेटी द्वारा की जाएगी।
कार्यशाला में डिप्टी सीएमएचओ डॉ. मनीष कुमार, जिला अस्पताल से डॉ. शिवलहरी, सीओ आईईसी लखनसिंह, जपाईगो से डॉ. पंकज, ब्लॉक के वीपीएम, मेल नर्स एवं डीईओ मौजूद थे।

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