करीब दो दशक पहले भारत विकास परिषद द्वारा शहर में रक्तदान शिविर लगाने की शुरुआत की। साथ ही अलख जगा रक्तदान के प्रति जागरुकता की ज्योति जलाई। इससे शहर और और गांव के युवा झिझक छोड़ रक्तदान के लिए आगे आए। और रक्तदान के लिए समूहों के बनने की शुरुआत हुई। वर्ष 2002 से शुरू हुई रक्तदान शिविरों की शृंखला में परिषद 38 रक्तदान शिविर लगा चुकी है। परिषद के रक्तदान प्रकल्प प्रभारी नरेश रामपुरा व सचिव पवन कुमार ने बताया कि एक शिविर में औसतन 250 यूनिट रक्तदान होता है। कोरोना संक्रमण काल और गर्मी के सीजन में ब्लड बैंक में रक्त की कमी होने पर के युवा रक्तदाताओं की टीम ने करौली जिला चिकित्सालय सहित, गंगापुरसिटी, जयपुर, आगरा व भरतपुर पहुंच किया है।
रक्तदाता टीमों द्वारा सोशल मीडिया वाट्स ऐप पर संवाद-संदेश ग्रुप बनाए हुए हैं। ग्रुप पर सूचना मिलते ही टीम के सदस्य चाहे गए समूह के रक्तदाता की तैयारी पर चर्चा करते हैं। बिना समय गवाए निर्दिष्ट ब्लड ग्रुप का रक्तदाता रोगी के परिजन से सम्पर्क करते हैं। और स्वयं की वाहन से रक्तदान करने रवाना हो जाते हैं।रक्तदाता टीमों ने ब्लड बैंक में भी स्वयं के मोबाइन नम्बर अंकित कराए हुए हैं। आपात स्थित में ब्लड बैंककर्मी भी रक्त की अनुपलब्धता होने से रोगी के परिजन को रक्तदाता का मोबाइल नम्बर देते हैं। सोशल मीडिया ग्रुप में मरीज की जानकारी अपलोड होते ही रक्तदाता सदस्य उनसे तुरंत सम्पर्क साधने लगते हैं।
चार वर्ष पहलेे शुरू हुुए जीवन ज्योति फाउण्डेशन रक्तदान शिविर लगाने के साथ लाइव ब्लड डोनेशन का कार्य भी कर रहा है। फाउण्डेशन के संस्थापक सदस्य ओमप्रकाश डागुर ने बताया कि सोशल मीडिया ग्रुप में एक दर्जन महिलाओंं सहित 250 सदस्य हैं। जो रक्तदान के लिए अलर्ट रहते हैं। फाउण्डेशन अब तक करीब 5 हजार लाइव ब्लड डोनेशन कर चुका हैं। जिला व राज्य से बाहर जरुरत होने पर संबंधित शहर में मौजूद रक्तदाता सदस्य परिजन से सम्पर्क कर रक्तदान करने पहुंचा है।
दो माह पहले ही गठित हुए रक्तक्रांति समूह के युवा रक्तदाताओं ने 35 जनों के लिए मौके पर पहुुंच ब्लड बैंक में लाइव रक्तदान किया है। समूह के संचालक अजहर काजी ने बताया कि उनके सोशल मीडिया ग्रुप में 250 रक्तदाताओं की टीम है। दो माह मे दो रक्तदान शिविर लगाए हैं।
महिलाओं रोगियों की जीवन रक्षा के लिए एक वर्ष से महिला सुरक्षा रक्तदान समूह कार्य कर रहा है। संस्थापक केशव कुमार तोमर ने बताया कि समूह में 250 सदस्य हैं। जो सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से परस्पर सम्पर्क में रहते हैं। समूह द्वारा विश्व रक्तदाता दिवस पर सोमवार को गांव पाली में रक्तदान शिविर लगाया जा रहा है।
33 वर्ष आयु में 34 बार रक्तदान कर चुके युवा व्यवसायी राहुल कम्बलबाल अब लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं। संजीवन फाउण्डेशन बना कर वे छोटे-छोटे रक्तदान शिविर लगा ब्लड बैंक में जरुरतमंदों के लिए रक्त संग्रहित करने की मुहिम चलाए हुए हैं।