परिवहन विभाग की ओर से चुनाव व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यकता के अनुसार वाहनों का अधिग्रहण भी शुरू कर दिया गया है। वैसे सभी वाहनों को 4 व 5 दिसम्बर को बुलाया गया है। अधिग्रहित किए गए वाहनों में से सैंकड़ों बस, जीप, ट्रक, पिकअप आदि को करौली पुलिस लाइन में खड़ा कराया गया है।
READ MORE: जनसभा में भीड़ नहीं जुटने से नाराज हुए हनुमान बेनीवाल, प्रत्याशी को दी यह नसीहत जानकारी के अनुसार प्रशासन की ओर से जिले की चारों विधानसभाओं में चुनाव के लिए करीब पौने दौ सौ बसों की आवश्यकता जताई गई है, वहीं करीब सवा मिनी बसों की भी जरुरत बताई है।
इसी प्रकार चुनाव के लिए ट्रक, मिनी ट्रक, पिकअप, जीप, बोलेरो जीप भी चुनाव के लिए अधिग्रहित की गई हैं। गौरतलब है कि जिले के कई गांव ऐसे हैं, जो दुर्गम इलाकों में है, वहां बस आदि के नहीं पहुंच पाने की स्थिति में छोटे वाहनों को भेजा जाएगा। इस प्रकार प्रशासन के लिए लगभग 500 वाहनों की व्यवस्था रहेगी।
पुलिस के लिए यह व्यवस्था
चुनाव में कानून व्यवस्था ड्यूटी के लिए जिला पुलिस की ओर से भी लगभग 1100 वाहनों की मांग की गई। इनमें लगभग पौने दो सौ बसें, 185 ट्रक, 55 पिकअप, 155 मीडियम वाहन, 525 बोलेरो-जीप आदि की व्यवस्था सुरक्षा जवानों के लिए रहेगी।
स्कूल बस भी चुनाव में
मांग के अनुरूप निजी बसों की व्यवस्था नहीं हो पाने के चलते चुनाव के लिए स्कूल बसों को भी अधिग्रहण किया गया है। साफ-सुथरे लाने होंगे वाहन
चुनाव व्यवस्था के लिए अधिग्रहित किए गए वाहनों के चालकों-स्वामियों को वाहनों को साफ-सुथरी स्थिति में लाना होगा। वहीं खुले हुए वाहन ट्रक आदि के साथ तिरपाल भी लाना होगा। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी ने आदेश जारी किए हैं।
READ MORE: प्रत्याशी का वादा, ‘चुनाव जीती तो बेझिझक करवाना बाल विवाह, पुलिस एन्ट्री रहेगी बंद’, बयान पर FIR दर्ज़ जिला परिवहन अधिकारी ग्रेस कुमार अग्रवाल ने बताया कि जिन वाहन स्वामियों-चालकों को अधिग्रहण फार्म दिए गए हैं, वे निर्धारित तिथि को साफ-सुथरा व ट्रक आदि खुले वाहनों को तिरपाल के साथ लेकर निर्धारित स्थान पर आएंगे। साथ ही चालक-परिचालक, क्लीनर को वोटर आईडी भी साथ लानी होगी। वाहन उपलब्ध नहीं कराने की स्थिति में कार्रवाई की जाएगी।
अधिग्रहित किए हैं वाहन
पुलिस व प्रशासन की मांग के अनुसार चुनाव के लिए डेढ़ हजार से अधिक वाहन अधिग्रहित किए गए हैं। आवश्यकता के अनुरूप वाहनों को बुलाया जा रहा है। पर्याप्त प्राइवेट बसों की कमी के कारण स्कूल बसें भी लेनी पड़ी हैं।
ग्रेस कुमार अग्रवाल, जिला परिवहन अधिकारी, करौली