21 परिवारों ने किए पाद प्रक्षालन-
मुनिश्री की शोभायात्रा आयोजन स्थल पहुंचकर धर्मसभा में बदल गई। वहां 21 परिवारों के सदस्यों ने मुनिश्री के पाद प्रक्षालन किए। इसके बाद श्री भक्ताम्बर मंडल विधान किया गया। इससे पहले प्रारंभ में मंगलाचरण, जिनेंद्र प्रभु के चित्र का अनावरण, दीप प्रज्वलन व शास्त्र भेंट कार्यक्रम हुए।
मंदिर के मैनेजर तरुण कुमार ने बताया कि शोभायात्रा व श्री भक्ताम्बर मंडल विधान में कस्बे के विभिन्न मंदिरों के पदाधिकारी एवं सर्व समाज के गणमान्य लोगों ने 21 श्रीफल अर्पित कर पाद प्रक्षालन करके मंगल आरती की गई। धर्म सभा में मुनि युधिष्ठिर सागर ने चातुर्मास के मंगल प्रवेश के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने देव शास्त्र व गुरु के समागम को चरितार्थ किया।