रीको अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के तहत हिण्डौनसिटी में नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाना है। इसके लिए भूमि निरीक्षण एवं उपयुक्तता के संबंध में रीको द्वारा गठित टीम द्वारा दोपहर रीको मुख्यालय जयपुर के विशेषाधिकारी (भूमि) शेरसिंह लुहाडिय़ा के साथ तेली की पंसेरी के पास ग्राम चमरपुरा पहुंची। जहां 78.78 हैक्टेयर गैर मुमकिन चरागाह भूमि एवं पूर्व में प्रस्तावित भूमि की उपयुक्तता के संबंध में स्थल समिति द्वारा भूमि का मौका निरीक्षण किया गया।
भूमि पर हैं आंशिक अतिक्रमण-
करौली रोड से तीन किलोमीटर दूर स्थित रीको की प्रस्तावित भूमि पर मौके पर आंशिक अतिक्रमण होना पाया। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने अतिक्रमण को जल्द हटाने की बात कही। निरीक्षण टीम के सदस्यों ने बताया कि प्रस्तावित भूमि पर करीब आधा दर्जन आवासीय मकान बने हैं। वहीं कु छ स्थानों पर फसल बो कर अतिक्रमण किया हुआ है।
रीको को क्षेत्रीय प्रबंधक महेश चंद मीणा ने बताया कि वर्ष 1984 में महवा रोड पर शुरू हुए औद्योगिक क्षेत्र में सभी भूखंड आबंटित हो चुके हैं। हालांकि कुछ इकाईयां बंद हैं। हिण्डौन में करीब 250 औद्योगिक भूखण्ड हैं। रीको क्षेत्र में में 150 में से 145 व आईआईडी सेंटर में 100 में से 80 पर यूनिट संचालित हैं। वहीं करौली में 70 यूनिटों में से 50 संचालित हैं।