प्रश्न- वर्ष 2015 से पहले आप सामाजिक व व्यवसायिक जीवन में थे, अचानक राजनीति में आने का कैसे मन बना।
उत्तर-सच है व्यसायिक व सामाजिक जीवन में था, लेकिन मन में एक टीस सी थी कि दूसरे शहरों में जो मूलभूत सुविधाएं हैं, उनसे हमारा शहर दूर है। बस अपने शहर के लिए कुछ करने के भाव से राजनीति क्ष्ेात्र में आ गया।
प्रश्न- राजनीति में नए होने से अनुभव के अभाव में क्या परेशानियों का सामना कराना पड़ा।
उत्तर- क्षेत्र भले ही राजनीति का है, लेकिन मैंने राजनीति नहीं विकास नीति पर कार्य किया। ऐसे में कोई परेशानी आई ही नहीं।
प्रश्न- जनप्रतिनिधियों का कैसा सहयोग रहा।
उत्तर- विपक्षी दल के जन प्रतिनिधि होने से शुरूआत के साढ़े तीन वर्ष में विकास कार्यों में रोड़े आए। हालांकि स्वयं के स्तर पर विकास कार्य भी खूब कराए हैं।
उत्तर- विपक्षी दल के जन प्रतिनिधि होने से शुरूआत के साढ़े तीन वर्ष में विकास कार्यों में रोड़े आए। हालांकि स्वयं के स्तर पर विकास कार्य भी खूब कराए हैं।
प्रश्न- राज्य सरकार से शहरी विकास में क्या सहयोग मिला।
उत्तर- राज्य में विपक्षी दल की सरकार होने से साढ़े तीन साल तक सौतेला व्यवहार झेलना पड़ा। न तो पर्याप्त बजट मिला और न ही योगदान।
उत्तर- राज्य में विपक्षी दल की सरकार होने से साढ़े तीन साल तक सौतेला व्यवहार झेलना पड़ा। न तो पर्याप्त बजट मिला और न ही योगदान।
प्रश्न- परिषद के चार साल पूरे हो गए हैं, पांच बड़ी उपलब्धियां क्या रही।
उत्तर– पांच नहीं, 500 से ’यादा कार्य ऐसे हैं, जिनसे लोगों को सीधा लाभ मिला है। शहर में 11 पार्क, वर्धमान नगर, जैन मंदिर रोड़, गौशाला रोड़, जाट छात्रावास, जाटव बस्ती रोड़ समेत 300 से ’यादा सीसी सडक़ों का निर्माण कराया गया। शहर को रोशन करने के लिए 8117 खंभोंं पर एलईडी लाइट व चौराहों सहित अन्य स्थानों पर 23 हाईमास्ट लाइटें लगाई हैं। इसके अलावा आवास, सीवरेज, मोक्षधाम व कब्रिस्तान विकास के कार्यों पर फोकस रहा।
उत्तर– पांच नहीं, 500 से ’यादा कार्य ऐसे हैं, जिनसे लोगों को सीधा लाभ मिला है। शहर में 11 पार्क, वर्धमान नगर, जैन मंदिर रोड़, गौशाला रोड़, जाट छात्रावास, जाटव बस्ती रोड़ समेत 300 से ’यादा सीसी सडक़ों का निर्माण कराया गया। शहर को रोशन करने के लिए 8117 खंभोंं पर एलईडी लाइट व चौराहों सहित अन्य स्थानों पर 23 हाईमास्ट लाइटें लगाई हैं। इसके अलावा आवास, सीवरेज, मोक्षधाम व कब्रिस्तान विकास के कार्यों पर फोकस रहा।
प्रश्न- कार्यकाल के शेष अंतिम वर्ष में क्या प्रमुखताएं रहेंगी।
उत्तर- सीवरेज लाइन डल चुकी राहों में सीसी सडक़ों का निर्माण, सुदृढ़ सफाई व्यवस्था, स्टेशन रोड़ पर नाली व इंटरलोकिंग निर्माण, जलसेन पाल निर्माण व रोडवेज बस स्टेण्ड़ का जीर्णोद्धार प्रमुखताओं में शामिल है।
उत्तर- सीवरेज लाइन डल चुकी राहों में सीसी सडक़ों का निर्माण, सुदृढ़ सफाई व्यवस्था, स्टेशन रोड़ पर नाली व इंटरलोकिंग निर्माण, जलसेन पाल निर्माण व रोडवेज बस स्टेण्ड़ का जीर्णोद्धार प्रमुखताओं में शामिल है।
प्रश्न- सौन्दर्यकरण के कार्यों में गडबड़ी के आरोप लगे, क्या कहेंगे।
उत्तर- शहर का सौन्दर्यकरण चुनौती पूर्ण कार्य था। पार्कों को विकसित करने के अलावा सडक़ डिवाईडरों पर पौधे लगाए गए थे। जो पौधे नहीं लग पाए, उनका भुगतान संवेदक को नहीं किया।
उत्तर- शहर का सौन्दर्यकरण चुनौती पूर्ण कार्य था। पार्कों को विकसित करने के अलावा सडक़ डिवाईडरों पर पौधे लगाए गए थे। जो पौधे नहीं लग पाए, उनका भुगतान संवेदक को नहीं किया।
प्रश्न- शहर में गंदगी के ढ़ेर लगे हंै, स्व‘छता मिशन धरातल पर कम नजर आता है।
उत्तर- सफाई व्यवस्था में सुधार हुआ है। 2015 में हिण्डौन देश के 478 शहरों में गंदगी के मामले में 467 वें स्थान पर था। अब देश के 500 शहरों में 267 वें नंबर पर है। इस स्थिति में हमने सुधार किया है।
प्रश्न- नगरपरिषद के अधिकांश विकास कार्यों में चहेतों के जुड़े होने के आरोप है, क्या कहना है।
उत्तर- पूरा शहर मेरा चहेता है। विकास कार्यों की ऑनलाइन निविदा जारी होती हैं। इनसे मेरे मित्र और रिश्तेदार शुरू से दूर हैं।
उत्तर- सफाई व्यवस्था में सुधार हुआ है। 2015 में हिण्डौन देश के 478 शहरों में गंदगी के मामले में 467 वें स्थान पर था। अब देश के 500 शहरों में 267 वें नंबर पर है। इस स्थिति में हमने सुधार किया है।
प्रश्न- नगरपरिषद के अधिकांश विकास कार्यों में चहेतों के जुड़े होने के आरोप है, क्या कहना है।
उत्तर- पूरा शहर मेरा चहेता है। विकास कार्यों की ऑनलाइन निविदा जारी होती हैं। इनसे मेरे मित्र और रिश्तेदार शुरू से दूर हैं।
प्रश्न- शहर में जलभराव बड़ी समस्या है, समाधान के बारे में क्या सोचा है।
उत्तर- पूर्ववर्ती सरकार के कुप्रबंधन से गलत तरीके से नाला पटाव हो गया। अब शहर वासियों को राहत देने के लिए स्ट्रोम वाटर ड्रेनेज की डीपीआर तैयार कर सरकार को भेजी है।
उत्तर- पूर्ववर्ती सरकार के कुप्रबंधन से गलत तरीके से नाला पटाव हो गया। अब शहर वासियों को राहत देने के लिए स्ट्रोम वाटर ड्रेनेज की डीपीआर तैयार कर सरकार को भेजी है।
प्रश्न- विपक्षी दल का आरोप है कि पट्टे जारी करने में नगरपरिषद ने अनियमितताएं बरतीं।
उत्तर- आरोप निराधार हैं। पट्टे जारी कराने के नाम पर दलाली करने वाले अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं। सभी पट्टे नियमानुसार जारी किए हैं।
उत्तर- आरोप निराधार हैं। पट्टे जारी कराने के नाम पर दलाली करने वाले अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं। सभी पट्टे नियमानुसार जारी किए हैं।
प्रश्न-विपक्षी दल का आरोप है कि नगरपरिषद में 50 लाख की लागत से आपने सुलभ कॉम्पलेक्स का निर्माण कराया है। राशि का दुरुपयोग हुआ है। उत्तर- सुलभ कॉम्पलेक्स का निर्माण पूर्ववर्ती सरकार की बजट घोषणा के तहत कराए है। हिण्डौन ही नहीं पूरे रा’य के स्थानीय निकायों में इनका निर्माण हुआ है।
नहीं हुआ विकास
नगरपरिषद के चार वर्ष के कार्यकाल में शहर में आशानुकूल विकास नहीं हो पाया। कई सडक़े पूर्व विधायक के कोटे से मिली राशि से बनी हैं। पेड़ रोपने और सर्किल निर्माण में खूब गडबड़ी हुई है। विकास कार्यों की मॉनिटरिंग नहीं हुई। चहेतों को लाभ पहुंचाया गया है।
बलवीर चतुर्वेदी, नेता प्रतिपक्ष, नगरपरिषद, हिण्डौन।
नगरपरिषद के चार वर्ष के कार्यकाल में शहर में आशानुकूल विकास नहीं हो पाया। कई सडक़े पूर्व विधायक के कोटे से मिली राशि से बनी हैं। पेड़ रोपने और सर्किल निर्माण में खूब गडबड़ी हुई है। विकास कार्यों की मॉनिटरिंग नहीं हुई। चहेतों को लाभ पहुंचाया गया है।
बलवीर चतुर्वेदी, नेता प्रतिपक्ष, नगरपरिषद, हिण्डौन।