गर्मी के बीच बीमार हुए शहर के बिजली तंत्र से त्रस्त आमजन को इससे कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। शहर में बिगड़ रही बिजली आपूर्ति व्यवस्था को लेकर मंगलवार को राजस्थान पत्रिका में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित होने के बाद विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता आरसी शर्मा ने निगम के कनिष्ठ अभियंता-सहायक अभियंताओं को तलब किया।
अपने कक्ष में अभियंताओं की बैठक लेकर गडबड़ाती बिजली आपूर्ति व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने निगम अभियंताओं से कहा कि बिजली आपूर्ति को निर्बाध रूप से दुरुस्त बनाए रखने के लिए सभी ट्रांसफॉर्मरों का लोड चेक किया जाए। यदि कहीं ओवर लोड है तो उसके प्रस्ताव तैयार कर भिजवाएं, ताकि व्यवस्था की जा सके और बार-बार फाल्ट-फ्यूज आने की समस्या समाप्त हो सके।
एसई ने अभियंताओं को उपभोक्ताओं की शिकायतों पर तत्परता से कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने अभियंताओं को मरम्मत कार्य के लिए बिजली बंद करने से पहले समाचार पत्रों में समाचार का प्रकाशन कराने के बाद ही शटडाउन रखने के निर्देश दिए। हालांकि इमरजेंसी की स्थिति में शटडाउन लिया जा सकेगा।
इसके अलावा राजस्व वसूली और बिजली चोरी रोकने के भी निर्देश दिए गए। एसई आरसी शर्मा ने बताया कि बिजली आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के संबंध में जेईएन-एईएन को निर्देश दिए गए हैं। मैं स्वयं डेली बिजली ट्रिपिंग की समीक्षा करूंगा।
स्वयं करेंगे समीक्षा
निगम के अधीक्षण अभियंता आरसी शर्मा के यहां अब डेली बिजली ट्रिपिंग की रिपोर्ट पहुंचेगी। 24 घण्टे की यह रिपोर्ट नियमित रूप से सुबह 8.30 तक की होगी। इसमें समीक्षा यह की जाएगी कि पिछले 24 घण्टे के दौरान कितनी बार बिजली ट्रिप हुई और इसके क्या कारण रहे। जिस फीडर पर बार-बार बिजली ट्रिप हुई तो उसकी जांच कराई जाएगी।
ट्रांसफॉर्मरों का लोड जांच रहे हैं
इधर निगम के कार्यवाहक सहायक अभियंता सीताराम मीना ने बताया कि मंगलवार को 9 ट्रांसफॉर्मरों के लोड की जांच करा ली गई है। इसके अलावा बारिश के दौरान बिजली आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए मंगलवार से पेड़ कटाई-छटाई का कार्य भी शुरू कर दिया है। 11 हजार केवी लाइन के पेड़ों से छूने के स्थान पर डाल आदि को कटाने का कार्य शुरू कर दिया है।